हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की हत्या पर विपक्ष की ओर से पहली आवाज उठी है…. अपने शासन और अबके शासन के भेद को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भेद कर रख दिया…. चीखते प्रकरण पर अब जवाब के साथ आए हैं…. योगी सरकार को घेरने के लिए अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं…. इन आंखों में मौजूद हताशा के अंधकार की गहराईयों से निकली आवाज… चीख-चीत्खार… तमाशाई आंखों की मजबूरियां… जिंदगी में मौजूद दुश्वारियों की रुठती बेबसी की बेताबियां अखिलेश तक पहुंची… लेकिन अखिलेश के विरोध की आवाज को सुनाए… उससे पहले सुन लीजिए… कमलेश की मां ने क्या….

18 अक्टूबर की रात राजधानी लखनऊ में यूपी की हाईटेक पुलिस अपनी तमीज किसी कोने में रखकर, बेशर्म बेहाया, बेहुदगी के तर्ज पर बेशर्मी को उतारू थी…. पुलिस का एक सीओ कमलेश की बेबस, गमगीन पत्नी किरण तिवारी के सामने अपनी ताकत की नुमाइश कर रहा था…किरण तिवारी से बदतमीजी कर रहा था… उन्हें धक्का देकर रास्ते से हटा रहा था… सबकुछ स्याह रात में हुआ…… इसी दौरान जब कमलेश की मां के गुस्से की आग में जलती चीख निकली तो….. अखिलेश के दिल तक पहुंची…. अब बिगड़ती कानून व्यवस्था पर अखिलेश का बयान आया है… अखिलेश, कमलेश की मां के बयान संदर्भ रखकर शासन करने के तरीकों का मिलान कर रहे हैं… कह रहे हैं…कमलेश की मां चीख-चीखकर जो कह रही है… उसे सुनो…सपा सरकार में कमलेश को जो सुरक्षा मिली थी….2015 में धमकी दी गई… ढाई साल से योगी सरकार क्या कर रहे थे… अखिलेश बिगड़ती कानून व्यवस्था पर एक बाद एक सरकार को निशाने पर ले रहे हैं….. कमलेश की मां की मिशाल को सबके सामने रख रहे है.,… कह रहे हैं… योगी सरकार ने सुरक्षा नहीं दी इसलिए हत्या हो गई…. चौकी से लेकर ऊपर तक सब बीजेपी का है, तब भी हत्या हो गई….पुलिस को ऐसा ठोंकना सिखाया है कि पता नहीं किसको ठोंक दें…

ये बात तो सोलह आने सच है… अखिलेश के दौर विवादित बयान से कमलेश जब सुर्खियां बंटोर रहे हैं… हिंदू स्वंभू बनने की चाहत में कौमी एकता के ताने बाने को तोड़ते ही जा रहे थे…तब भी उनके पास मौत नहीं भटकी… लेकिन आज सरकार बीजेपी की है… तो कमलेश किसी खौफनाक सोच का शिकार बन गए.,.. उनकी हत्या कर दी गई…