Site icon UP News | Uttar Pradesh Latest News । उत्तर प्रदेश समाचार

अमेठी पुलिस का खुलासा, कस्टडी में मृत सत्यप्रकाश को बताया मास्टरमाइंड

अमेठी: यूपी के अमेठी में हाई प्रोफाइल लूट कांड का जनपद पुलिस ने खुलासा कर दिया है। खास बात ये है कि पुलिस कस्टडी में मृत सत्यप्रकाश को ही पुलिस ने घटना का मास्टरमाइंड बताया है। ये वही सत्यप्रकाश है जिसकी एक दिन पहले ही पुलिस कस्टडी में मौत हो गयी थी और मौत के बाद पुलिस कर्मीयों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया था। सत्यप्रकाश के घर मे ही वो बैंक था जिसका कैश लूटा गया था। मौत के बाद एक्शन में आई अमेठी पुलिस ने आखिरकार घटना के 25 दिन बाद जिले की सबसे बड़ी लूट कांड का खुलासा कर दिया। पुलिस ने घटना में शामिल 3 शातिर लुटेरों को गिरफ्तार किया जिनके पास से लूट का साढ़े तीन लाख रुपए घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल और एक पिस्टल बरामद किया है। लूट की सबसे बड़ी घटना को अंजाम देने वाले दोनों आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है जिनकी तलाश जारी है। पुलिस के मुताबिक घटना का मास्टरमाइंड 24 घंटे पहले पुलिस कस्टडी में मृत हुआ सत्यप्रकाश शुक्ला था और सत्यप्रकाश शुक्ला के मकान में ही यूको बैंक की शाखा थी और पूरे घटना की रेकी सत्यप्रकाश ने ही कि थी।
मामला अमेठी जिले के पीपरपुर थाना क्षेत्र के परसोइया गांव का है जहां बीते 5 अक्टूबर को बैंक मैनेजर अपने ड्राइवर और कैशियर के साथ प्रतापगढ़ जनपद के बाबूगंज बाजार स्थित यूको बैंक के शाखा से 26 लाख रुपए लेकर भादर स्थित यूको बैंक की शाखा जा रहा था तभी परसोइया गांव के पास अपाचे बाइक सवार तीन बदमाशों ने कार पर फायरिंग करते हुए 26 लाख रुपए लूटकर मौके से फरार हो गए थे। दिनदहाड़े हुई लूट की घटना से प्रसाशनिक अमले में हड़कंप मच गया था जिसके बाद आईजी अयोध्या परिक्षेत्र के अलावा एडीजी जोन एसएन साबत ने भी घटना स्थल का दौरा कर अमेठी पुलिस को जल्द से जल्द खुलासे का आदेश दिया था।

पिछले 25 दिनों से घटना के खुलासे में लगी अमेठी पुलिस को मोबाइल लोकेशन के माध्यम से जानकारी मिली कि बाबूगंज स्थित जिस मकान में बैंक की शाखा संचालित हो रही थी उसका मकान मालिक 45 वर्षीय व्यवसाय सत्यप्रकाश शुक्ला घटना का मास्टरमाइंड है और उसी ने पूरे घटना की रेकी कर अपने साथियों को सूचना दी, जिसके बाद बदमाशो ने इस घटना को अंजाम दिया। एक दिन पहले इसी मामले में पुकिस ने पूछताछ के लिए सत्यप्रकाश को थाने बुलाया जहाँ तबियत खराब होने पर जिला अस्पताल सुल्तानपुर में उसकी मौत हो गई।सत्यप्रकाश के परिजनों ने पुलिस कस्टडी में मौत का आरोप लगाया जिसके बाद सुल्तानपुर एसपी के आदेश पर पीपरपुर पुलिस और एसओजी टीम पर हत्या समेत कई गंभीर धाराओं में नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया। घटना हाईप्रोफाइल होने और विपक्ष के निशाने पर आए अमेठी पुलिस ने आनन फानन में पूरे मामले का खुलास कर दिया। एसपी आफिस में घटना का खुलासा करते हुए अमेठी एसपी ख्याति गर्ग ने कहा की प्रतापगढ़ जिले के बाबूगंज बाजार में यूको बैंक की ब्रांच थी। यह ब्रांच जिसके मकान में चल रही थी वो मृतक सत्यप्रकाश शुक्ला था। 2008 में लखनऊ के गोमती नगर थाने में टवेरा गाड़ी चोरी करने के आरोप में सत्यप्रकाश और उसका दोस्त जाकिर अली उर्फ गुड्डू जेल भी गए थे।जेल जाने के बाद दोनों की गहरी दोस्ती हो गई थी और इसी दोस्ती के चलते पिछले एक साल से इस लूटकांड को करने की फिराक में थे। इन लोगो ने इस बड़ी लूट की घटना को अंजाम देने के लिए एक टीम बनाई जिसमे गुड्डू का साला साजिद और नदीम नफीस शाहबाज शामिल थे।इस पूरी घटना की रेकी और मुखबिरी मृतक साजन शुक्ला ने की और बैंक में रहकर इस पूरी घटना की लोकेशन अपने साथियों को दी जिसके बाद इस घटना को अंजाम दिया गया। घटना के दिन साजिद ने रास्ते भर बैंककर्मियों की कार का पीछा किया और अपने साथियों को लोकेशन देता रहा। जब बैंक कर्मी प्रतापगढ़ और अमेठी के बॉर्डर पर पहुँचे थे तभी पहले से मौजूद नदीम नफीस और शाहबाज ने घटना को अंजाम देकर मौके से फरार हो गए।इस पूरे मामले में अभी तक 3 लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है जिसमें गुड्डू उर्फ जाकिर अली, साजिद और अनीस है। इनके पास से घटना में प्रयुक्त लाल रंग की अपाचे को भी बरामद कर लिया है और इनके कब्ज़े से साढ़े तीन लाख रुपये भी बरामद हुए हैं।

Exit mobile version