डायन… एक ऐसा शब्द जिसे सुनते ही दिमाग में एक लंबे दांतों, बिखरे बालों और उल्टे पांवों के साथ लंबे-लंबे नाखूनों वाली एक खतरनाक औरत की छवि उभर कर आती है… जिसे सोचने भर से शरीर कांप जाता है… डायन के डरावने चरित्र के बारे में हम बड़े-बुजुर्गों से सुनते आ रहे हैं कि कैसे डायन के डर से गांव-गांव सूरज ढलने से पहले ही अंधेरे में समा जाते थे… डायन के इस डर के बीच अगर मैं आपसे ये कहूं कि एक गांव ऐसा भी है जहां डायन डराती नहीं बल्कि वरदान देती है… यहां डायन की पूजा की जाती है… डायन की पूजा करने का ये मामला… यूपी के संतकबीरनगर जिले का है… खलीलाबाद जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर उत्तर दिशा में बसे भगवानपुर गांव में डायन की पूजा होती है… ग्रामीणों की मानें तो करीब 25 साल पहले गांव के ही एक व्यक्ति ने भगवानपुर प्राथमिक विद्यालय के ठीक सामने डायन का स्थान बनाया… और कुछ दिनों बाद उस स्थान पर बकायदा डायन की एक प्रतिमा स्थापित की गई… जिसके कुछ दिनों बाद से ही लोगों ने डायन की पूजा करनी शुरू कर दी… यही नहीं गांव के पढ़े-लिखे लोग भी डायन की श्रद्धा और आस्था के गुणगान करने से पीछे नहीं हटते… और कहते हैं कि ये डायन माता… यहां आने वाले हर मनुष्य की मनोकामना पूरी करती है… आप तस्वीरों में साफ देख सकते हैं कि भगवानपुर गांव में प्रवेश करते ही… स्कूल के ठीक सामने डायन का एक बाकायदा स्थान बनाया गया है… जिस पर लिखा है डाइन माता सदा सहाय। इस जगह को लोग डायन माता के नाम से जानते हैं।

डायन माता की पूजा की ये कहानी सुनकर आप भी चौंक गए होंगे… आज के युग में जब इंसान चांद पर पहुंच चुका है ऐसी बातों पर विश्वास करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है… लेकिन कहते हैं जब आस्था हावी होती है तब लोग अंध विश्वास पर भी विश्वास करते हैं… फिलहाल देखा जाए तो शायद यूपी के संतकबीर नगर में डायन की पूजा करने का ये एक अनोखा मामला होगा… जहां डायन माता की अटूट आस्था और पूजा का ये सिलसिला पिछले 25 सालों से बदस्तूर जारी है