कौन हैं Atique Ahmed-Asraf Ahmed को खत्म करने वाले तीनों आरोपी | देखिए…यंग तीनों शूटर्स क्या बनना चाहते थे क्या बन गए ?

माफिया को मारने का प्लान…बंदूक तान…तीनों शूटरों की हो गई पहचान
अलग-अलग जिलों से रखते हैं ताल्लुख…अतीक के खून से मिटाई भूख !
तीनों की क्राइम कुंडली का बड़ा खुलासा…परिवार को भी थी बेटों से आसा !
सबसे बड़ी अपराध को तीनों ने ठानी…यूपी पुलिस की भी दिखी कारस्तानी !

अतीक अहमद…वो नाम जिससे पूरा प्रयागराज ही क्या पूर्वांचल तक कांपता था…लेकिन पुलिस की बेड़ियों में बंधे होने का मौका तीन शूटरों ने उठा लिया…अतीक अहमद का कत्ल अतीक के खात्मे से कर दिया…जिस तरह अतीक गैंग लोगों की सड़कों पर फायरिंग कर हत्या करता था..ठीक उसी तरह अतीक को भी ठोक दिया गया…लेकिन इस हत्याकांड के बाद वो तीन चेहरे चर्चा में हैं…जिन्होंने अतीक को मौत के घाट उतार दिया….न ही इनकी उम्र ज्यादा है…और न ही अनुभव…लेकिन माफिया बनने की जिद में अतीक को निशाने पर लिया….इस रिपोर्ट में हम अगले कुछ मिनट में तीनों शूटर्स की बैंकग्राउंड बताएंगे…ये भी बताएंगे कि…इस हत्याकांड के पीछे की असली वजह क्या है…क्योंकि प्रयागराज में पिछले 2 महीने के भीतर इस तरह की वारदात हुई है…अतीक और अशरफ की सरेराह हत्या की वारदात किसी फिल्मी से कम नहीं है…इस हत्या के पीछे पूरी प्लानिंग की गई थी…कड़ी सुरक्षा के बीच किस तरह से गोली मारनी है ये पूरा का पूरा प्लान सेट था…जबसे अतीक अहमद प्रयागराज लाया गया था तबसे मौत के घाट उतारने की कोशिश की जा रही थी…लेकिन शूटर्स को मौका नहीं मिल रहा था…क्योंकि पुलिस के पुख्ता इंतजाम थे…इस बीच अतीक- अशरफ की हत्या को लेकर शूटरों ने ऱणनीति बनानी शुरू की…और फाइनल हमले की तैयारी में जुटा…इस हत्याकांड को कैसे अंजाम देना है…हत्या सफल नहीं हुआ तो क्या करना है…कहां पर अतीक अशरफ को ठोकना है…ये पूरा का पूरा प्लान तीन शूटरों ने बनाया था…लेकिन शूटरों को इतना बड़ा खुलासा हुआ है जो किसी को नहीं पता है….अतीक अशरफ की मौत के पीछे जिन तीन शूटर्स का हाथ है…या जो कातिल हैं…उनकी कुंडली हम आपको बताने जा रहे हैं..इस हत्या के पीछे तीनों ने किस तरह से प्लानिंग की..और ये तीनों कौन हैं जो इतने बड़े माफिया को मौत के घाट उतार दिए…

रिपोर्टर बनकर रची प्लानिंग !

अतीक-्अशरफ के पीछे तीन नाम आ रहे हैं…सनी, लवकेश तिवारी और अरुण…ये तीनों शूटर्स अलग अलग यूपी के जिलों से हैं…हत्या की योजना से पहले अतीक अशरफ तक पहुंचने के लिए रिपोर्टर बन गए…और अतीक के पास जा पहुंचे..पूरी प्लानिंग के तहत कत्ल किया गया…इस्तेमाल दोे बाइकें फर्जी नंबर की मिलीं तो रेकी का भी मामला अब सामने आ चुका है…हत्या के बाद क्या बोलना है ये भी तय था…और नारे लगा दिए जय श्रीराम…मर्डर के बाद भागना नहीं है…ये तीनों ने तय कर लिया था..क्योंकि तीनों को पता था भागेेंगे तो एनकाउंटर हो जाए..

अतीक और अशरफ की जान लेने वाले में पहला नाम आता है….लवकेश तिवारी….बादां जिले का रहने वाला लवकेश तिवारी बचपन से ही बदमाश टाइप का था…उसकी हरकतें ऐसी थीं…जिससे वो जेल भी जा चुका था…लवलेश नशे का आदी था…तीन-चार साल पहले एक लड़की को थप्पड़ मारने में जेल गया था…करीब एक हफ्ते पहले वह घर से गया था….लवलेश घर पर कभी-कभी ही आता था….उसकी आदतें खराब थीं….क्योंकि इस पर माफिया बनने का जुनून सवार था…

दूसरा नाम आता है सनी….जो अतीक और अशरफ के लिए शनि बनकर टूट पड़ा…अतीक हत्या में सनी का नाम सबसे पहले आता है…क्योंकि सनी ने ही अतीक को पहली गोली मारी थी….सनी हमीरपुर जिले का रहने वाला था…यूपी में माफिया गिरी का दबदबा देख बचपन से ही माफिया बनने की साजिश में शामिल होता आ रहा है……

तीसरा नाम आता है अरूण मौर्य उर्फ कालिया…आरोपी अरूण मौर्य कासगंज सोरों थाना क्षेत्र के गांव बघेला पुख्ता का रहने वाला है….अरूण के पिता का नाम हीरालाल बताया जा रहा है….6 साल से अरूण उर्फ कालिया बाहर रह रहा था….जीआरपी थाने के पुलिस कर्मी की हत्या के बाद अरूण फरार हुआ था…15 साल पहले अरूण के माता-पिता की मौत हो गई थी…जिसके बाद इसने अपराध की दुनिया में कदम रख दिया…..