बीजिंग, 15 दिसम्बर (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र की 14वीं उपग्रह नेविगेशन प्रणाली कांग्रेस 13 दिसंबर को भारत के बेंगलुरु में समाप्त हुई। चीनी प्रतिनिधिमंडल ने इस सभा में भाग लिया और अपना प्रदर्शन दिखाया। उन्होंने बताया कि अगले साल के जून माह से पहले चीन की पेइतौ नम्बर 3 उपग्रह नेविगेशन प्रणाली का निर्माण भी पूरी तरह से पूरा हो जाएगा, जो विश्व भर के उपभोक्ताओं को सेवा देगी।

14वीं संयुक्त राष्ट्र उपग्रह नेविगेशन प्रणाली कांग्रेस में चीन की पेइतौ उपग्रह नेविगेशन प्रणाली पर व्यापक ध्यान गया है। अमेरिका के अंतरिक्ष और उन्नत प्रौद्योगिकी कार्यालय के प्रधान डेविड ए. टर्नर ने कहा कि अमेरिका की जीपीएस और चीन की पेइतौ व्यवस्था के बीच गहन रूप से सहयोग किया जा सकेगा। उपग्रह नेविगेशन प्रणाली में चीन और अमेरिका के वैज्ञानिक विभिन्न प्रणालियों के बीच संगतता पर भी विचार विमर्श कर सकेंगे।

चीन के उपग्रह नेविगेशन सहयोग के जिम्मेदार अफसर शेन च्वन ने कहा कि विभिन्न प्रणालियों के बीच संगतता की जो बात है, इसका उद्देश्य है विभिन्न प्रणालियों के बीच एक दूसरे में हस्तक्षेप नहीं करना और जब एक प्रणाली में संकेत पर्याप्त मजबूत नहीं है, तब वह दूसरी प्रणाली में काम चलाएगा।

संयुक्त राष्ट्र उपग्रह नेविगेशन प्रणाली कांग्रेस के आयोजन से अमेरिका की जीपीएस, रूस की ग्लोनास, यूरोप की गैलीलियो और चीन की पेइतौ, इन चार उपग्रह नेविगेशन प्रणालियों के बीच सहयोग करने का मंच तैयार है। इस वर्ष की सभा में चीनी प्रतिनिधियों ने दूसरे देशों के प्रतिनिधियों के साथ सभी सवालों पर विचार विमर्श किया।

पेइतौ प्रणाली के जनरल डिजाइनर यांग छांग फंग ने कहा कि इस वर्ष के अंत से पहले चीन पेइतौ नेविगेशन प्रणाली में उपयुक्त दो उपग्रह प्रक्षेपित करेगा और आगामी जून में चीन की पेइतौ नेविगेशन प्रणाली का निर्माण पूरी तरह से कर लिया जाएगा। इसके बाद, चीन विश्व भर के उपभोक्ताओं को नेविगेशन सेवा प्रदान करेगा।

(साभार-चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पेइचिंग)

–आईएएनएस