• रावण की बहन जी से अपील
  • भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने माया को लिखा दोस्ती का खत
  • मायावती से साथ आने की अपील कहा मिलकर लड़ेगें BJP से
  • पहले भी कर चुके हैं मायावती से साथ आने की अपील
  • माया ने बनाए रखी दूरी भाजपा की कठपुतली तक कह चुक हैं

भीम आर्मी चीफ ने एक बार फिर बसपा सुप्रीमों मायावती की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया है .. जेल के से छूटने के बाद चंद्रेशेखर उर्फ रावण नें मायावती की से दोस्ती की अपील करते हुए कहा है कि साथ आएं और भाजपा से साथ मिलकर लड़ें .. चंद्रेशेखरने मायावती को एक खुला खत भी लिखा जिसमें अपील की गई है बसपा और भाम आर्मी एक होकर बहुजन मूवमेंट की ताकत बढाएं .. जिससे सरकरा की दलित विरोधी गतिविधियों को जवाब दिया जा सके.. चंद्रशेखर को दिल्ली में रविदास मंदिर विध्वंस मामले के प्रदर्शन में गिरफ्तार कर लिया गया था .. चंद्रशेखर ने मायावती को जो चिट्ठी लिखी उसे लेकर जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक चंद्रशेखर ने लिखा है कि मेरा मानना है कि देश की वर्तमान समस्याओं को हल सिर्फ बहुजन समाज क पास है

अगर कोई समस्या है तो हमें इस पर ध्यान देना चाहिए .. मेरा अनुरोद है कि हमेंअपेन सभी मतभेदों को एक भुला कर बातचीत के लिए एक साथ आकर बैठना चाहिए .. क्योंकि अपने मदभेद दूर करने और बहुजन समाज को एक करने का यही सबसे अच्छा विकल्प हैं .. चंद्रशेकर ने अपनी चिट्ठी में मायावती को कांशी राम की टीम का कोर मेंबर कहकर संबोधन किया है ..फिरउंहोंने लिखा है कि उंहेउम्मी दहै आप इस चर्चा में शामिल होंगी .. इस खत से चंद्रशेखर ने एक बार फिर मायावीत की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया है .. अगर बात चंद्रशेखर की करें तो वो पहले भी कई बार मायावती से दोस्ती की बात कर चुके हैं लेकिन मायावती ने उनकी तरफ कभी दोस्ती का हाथ नहीं बढ़ाया बल्कि उनका नजरिया चंद्रशेखर की तरफ तल्खी का लहजा ही रखा .. एक बार तो मायावती ने भीम आर्मी चीफ को भाजपा की कठपुतली तक कह दिया था .. माया ने उंहे दलितों को गुमराह करने का आरोप भी लगाया था .. चंद्रशेकर 2017 में उस वक्त चर्ची मे आए थे जब सहारनपुर में दलितों और ठाकुरों के बीच झड़प हुई थी .. लेकिन चंद्रशेक काफी कम समय में राजनीति में चमक गए लेकिन वो विवादित ज्यादा रहे .. कई बार उनके प्रदर्शन में बड़ी संख्या में जनसमूह देखा गया जिससे उंहे मायावती के लिए खतरा तक माना जाने लगा था .. लेकिन चंद्रशेखर ने न सिर्फ उनको बुआ कहा बल्कि देश का पीएम बनाए जाने की बात भी कही थी

चंद्रशेखर ने अपने खत में देश में बढ़ती भाजपा की ताकत क जिक्र करते हुए लिखा है कि 2014 से लेकर 2019 के बीच भाजपा मजबत हुई है .. और यही बीएसपी के नुकसान की वजह है .. और बीएसपी के मजूबद किले यूपी में भी भाजपा की पकड़ हो गई .. इसलिए ये बहुज राजनीति के लिए परीक्षा का समय रहा .. भाजपा के समय मे दलितों पर अत्याचार बढ़े, उनके अधिकार छीने गए और आरक्षण पर हमला हो रहा है .. अब पूरा देश को बहुजन समाज से उम्मीद है लेकिन सियासी कारणों से बहुजन राजनीति खत्म हो रही है .. अब देखते हैं चंद्रशेखर की अपील का इस बार मायावती पर क्या असर होता है और उनका क्या जवाब आता है