गाजियाबाद नगर निगम एक बार फिर सुर्खियों में है… और वजह है गाजियाबाद की मेयर आशा शर्मा की लिखी गई टिट्ठी… इस पत्र में साफ तौर पर ये लिखा गया है कि अधिकारियों और कर्मचारियों की सांठगांठ से सालाना 70 से 80 करोड़ रुपए का हाउस टैक्स की हेराफेरी की जा रही है… जिसका सीधा सीधा नुकसान नगर निगम को हो रहा है… यहां छोटे व्यापारियों और दुकानदारों से हाउस टैक्स की वसूली तो होती है… लेकिन बड़े व्यपारियों से सांठ गांठ कर नगर निगम में तैनात अधिकारी करोड़ों का चूना लगा रहे हैं