बीजिंग, 23 दिसम्बर (आईएएनएस)। चीन की यांग्त्सी नदी के संरक्षण कानून के मसौदे को विचार विमर्श के लिए पहली बार 13वीं एनपीसी की स्थाई कमेटी की 15वीं बैठक में सोमवार को सौंपा गया। यह चीन में पहला जलक्षेत्र संबंधी कानून है।
यांग्त्सी नदी संरक्षण कानून मसौदे का मकसद यांग्त्सी नदी के पारिस्थितिकीय वातावरण का पूरा संरक्षण करने, यांग्त्सी नदी के आर्थिक पट्टी के हरित, उच्च गुणवत्ता वाले विकास को आगे बढ़ाने के लिए कानूनी गारंटी देना है।
यांग्त्सी नदी चीनी राष्ट्र की जीवनरेखा नदी मानी जाती है। यह चीन की सबसे बड़ी नदी है, जिसकी कुल लम्बाई 6300 किलोमीटर से अधिक है। वह देश के 19 प्रांतों व शहरों से गुजरती है, जिसका जल क्षेत्रफल 18 लाख वर्ग किलोमीटर है।
वह चीन का अहम सामरिक जल स्रोत क्षेत्र, पारिस्थितिकीय भंडार और अहम स्वर्ण जल मार्ग है। लेकिन यांग्त्सी नदी की पारिस्थितिकीय गंभीर चुनौतियों का सामना कर रही है। इस कानून मसौदे से यांग्त्सी नदी के जलक्षेत्र में पारिस्थितिकीय बहाली, वातावरण निपटारे और हरित विकास के लिए अति महत्वपूर्ण है।
(साभार-चाइना रेडियो इंटरनेशनल,पेइचिंग)
–आईएएनएस