• ‘चाचा’ के निशाने पर फिर आया ‘भतीजा’
  • जब अखिलेश CM योगी से मुलाकात के दौरान रहे गायब
  • शिवपाल ने मुलायम के लिए अखिलेश पर कह दी बड़ी बात
  • ‘जिन्हें नेताजी से प्यार नहीं वो पास नहीं आते’.

जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुभकामनाएं संदेश देने के लिए सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के घर पहुंचे… तो मुलायम के साथ उस वक्त उनका छोटा भाई और प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव थे… इस दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का नदारद रहे…. उनका यूं गायब होना सियासत को कई रंगों में सजा कर रख दिया… जितने मुंह उतनी बाते…. कईयों का रास आया होगा… कई गर्व से गौरवान्वित हुए होंगे… लेकिन कोई है… जिनको अखिलेश का यूं मुलायम दरबार से गैरहाजिर होना… नदारद रहकर सीएम योगी और उनकी सरकार के लिए विरोध का संकेत देना… दिल के अंदर बैठे मलाल को और बढ़ाकर रहकर रख दिया… प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव को अखिलेश का ये तरीका पसंद नहीं आया…. उनकी चाहत बस यही रही… जब योगी, मुलायम से मुलाकात कर रहे थे… तो अखिलेश को पिछली बार की तरह अबकी बार भी वहां मौजूद रहना चाहिए था… लेकिन नहीं रहे…. तो प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल ने अखिलेश को निशाने पर ले लिया

सीएम योगी ने जिस परंपरा को अपनाई… वो परंपरा मुलायम ने ही तो शुरुआत की थी… ऐसा प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव मानते हैं… जब मुलायम सिंह यादव रक्षा मंत्री थे… तो उन्होंने शुभकामनाएं देने की परंपरा शुरू की थी… अब मुख्यमंत्री योगी भी शुभकामनाएं देने आए… शिवपाल भी भी साथ में मौजूद थे… इसके बाद शिवपाल ने वो बात कही…. जिसे अखिलेश सुनेंगे तो दिल को चोट पहुंचेगी… शिवपाल कहते हैं… जिन लोगों को नेताजी मुलायम सिंह यादव से प्यार नहीं है… वो लोग उनके पास नहीं जाते हैं….एक बार फिर से सुनिए शिवपाल की अखिलेश के लिए कही वो बात

तो क्या वाकई में अखिलेश को मुलायम से प्यार नहीं है… या फिर ये शिवपाल, मुलायम के नाम पर अपनी सियासत को रफ्तार दे रहे हैं… सियासत इस नजर से… क्योंकि जिस पार्टी प्रसपा के शिवपाल अध्यक्ष है…. उसका अस्तित्व सपा की राजनीति से अलग है… उसकी अपनी धारा है… उसकी अपनी रणनीति है… लेकिन इन दोनों पार्टियों से कही ना कही सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का नाता है… एक पार्टी की कमान बेटे ने संभाली है… तो दूसरी पार्टी की अगुवाई भाई कर रहा है… इन सबके बीच मुलायम की दशकों की राजनीति जो उनके समर्थकों की फौज तैयार हुई है… उनपर कही ना कही शिवपाल को नजर हैं… जिसे शिवपाल अपनी सियासत के जरिए अपना बनाने की फिराक में है