चीन से दोस्ती करने निकल पड़ा कैलासा का नित्यानंद
भारत के दुश्मन से हाथ क्यों मिलाना चाहता है ?


भारत के दुश्मन से हाथ मिला रहा नित्यानंद…साजिश रच रहा ऐसे मानों ‘नजरबंद’
चीन से चाहता है दोस्ती…भारत की कर रहा बुराई…क्या है प्लानिंग की गहराई ?
पहले ब्रिटेन…फिर UN की मीटिंग…क्या है कैलासा के लिए उसकी सेटिंग ?
चीन के लिए भगवान शिव से मांगी दुआ…भारत को दे रहा नित्यानंद बद्दुआ !

दूसरे देशों की मीटिंग में शामिल…भारत की बुराई….फिर यूएन में एंट्री…खुद को काल्पनिक कैलासा का प्रेसिडेंट बताने वाला नित्यानंद अब भेद रचने का काम कर रहा है…ये सब वो इसलिए कर रहा क्योंकि वो भारत को चिढ़ा रहा है…वो चाहता है कि…भारत उसका विरोध जितना करेगा…उसको लोग उतना ही जानेंगे…नित्यानंद ये सब पूरा खेल अपनी चालाकी से ही नहीं बल्कि पूरी तैयारी से कर रहा है….नित्यानंद जानता है कि…उसे आज नहीं तो कल भारत अपने गिरफ्त में ले ही लेगा…शायद इसीलिए वो खुद को बचाने के पैंतरे खोज रहा है….सब जगह से मार खाता कैलासा अब चीन से दोस्ती करना चाहता है….नित्यानंद को पता है…भारत और चीन के बीच रिश्ते ठीक नहीं चल रहे…हिंदुत्व को बढ़ाने की बात कहने वाला नित्यानंद पाकिस्तान के पास तो जाएगा नहीं…इसलिए चीन से दोस्ती को हाथ बढ़ाने लगा है….इसके पीछे भी नित्यानंद की एक चाल ये भी है कि…चीन उसके समर्थन में बोलेगा…तो शायद बचा रहेगा….चीन से व्यापारिक समझौता करना चाहता है….और अपने काल्पनिक देश की अर्थव्यवस्था को चलाना चाहता है…इधर कुछ दिनों में नित्यानंद ने ऐसी घटनाएं बढ़ा दी हैं…कि जब वो दूसरे देशों से रिश्ते बनाना चाहता है…खुद के टापू को हिंदुत्व देश बताता है…लेकिन भारत का विरोध या बुराई करना नहीं छोड़ता…जबकि वो भारत का ही नागरिक है…बल्कि एक रेप का आरोपी भी है…लेकिन पुलिस के हत्थे चढ़ने से पहले भी फरार है….इस बात पर हम बाद में आएंगे लेकिन पहले बताते हैं कि…चीन को लेकर नित्यानंद ने क्या कहा है…किस रणनीति के तहत नित्यानंद चीन से दोस्ती करना चाहता है….नित्यानंद की मंशा क्या है….

शुरुआत होती है नित्यानंद के एक ट्वीट से…जिसमे उसने लिखा है….हम आपको राष्ट्रपति के रूप में एक सफल कार्यकाल पूरा करने के लिए हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं…आपके महान देश, यहां के लोगों और कैलासा के बीच लंबे समय तक चलने वाले मैत्रीपूर्ण संबंधों की आशा रखता हूं. …उसने लिखा कि परमशिव का आशीर्वाद चीन के लोगों पर बना रहे….इस ट्वीट के साथ नित्यानंद ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की एक फोटो भी ट्वीट कर रखी है…इस ट्वीट में नित्यानंद ने मैत्रीपूर्ण संबंध लिखा है….जो साफ साफ कहता है कि..वो चीन से दोस्ती करना चाहता है….ये पहली बार नहीं है जब काल्पनिक देश कैलासा की ओर से ऐसा कदम उठाया गया है…अक्टूबर 2022 में ब्रिटेन के कंजर्वेटिव सांसदों को तब आलोचना झेलनी पड़ी जब उन्होंने नित्यानंद के समर्थकों को संसद में होने वाली दिवाली पार्टी में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था…इस दौरान भी नित्यानंद के समर्थकों ने भारत का विरोध किया था….लेकिन हालही में यूएन की मीटिंग में नित्यानंद का डेलिगेशन शामिल हुआ था…उसमे भी डेलिगेशन ने भारत को बुरा भला कहा था…हालही में यूएन की मीटिंग में भी कैलासा का डेलिगेशन जा पहुंचा था…और भारत से खतरा बताया था…..

नित्यानंद अपहरण और रेप का आरोपी है… साल 2019 में देश छोड़कर भाग गया था…. कुछ साल बाद पता चला कि उसने अपना अलग देश ‘यूनाइडेट स्टेट्स ऑफ कैलासा’ बना लिया है… न्यूज रिपोर्ट्स के मुताबिक….भारत से भागने के बाद नित्यानंद ने दक्षिणी अमेरिका के इक्वाडोर में जमीन खरीदी और उसे अलग देश ‘कैलासा’ घोषित कर दिया….हालांकि अभी तक इसी आधिकारित पुष्टि नहीं हो पाई है….. पिछले महीने इस तथाकथित देश के प्रतिनिधियों ने संयुक्त राष्ट्र की बैठक में हिस्सा भी लिया था….. जिसके बाद से नित्यानंद फिर से चर्चा में आ गया है….. कैलासा की प्रतिनिधि विजयप्रिया नित्यानंद ने दावा किया था कि…. नित्यानंद के देश की 20 लाख आबादी है…. और दुनिया के 150 देशों में कैलासा की एम्बेसी या एनजीओ हैं….. वहीं आबादी को लेकर कैलासा की वेबसाइट पर दावा किया है कि…. हिंदू धर्म को मानने वाले 200 करोड़ लोग उनके देश के नागरिक हैं…..