- अखिलेश के निशाने पर आ गए सीएम योगी !
- नानक के उपदेश से अखिलेश की नजर से योगी वही…
- जो माया के बीच रहकर, माया से अलग रहा है
- ‘ऐसा योगी कोरी बातें नहीं करता’
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव गुरु नानक देव की सात्विक दुनिया में ऐसे पहुंचे…. इस कदर खो गए…. इस अंदाज में रमे कि जब निकले तो वो अपने साथ एक लौकिक किस्से को ले आए… उसी कहानी को अपनी जुबानी सोशल मीडिया पर जब उन्होंने बताई… तो गुरुनानक देव जी के योगी से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तुलना होने लगी… किसी ने सीएम योगी के पक्ष में अपना पक्ष रखा….तो किसी उनके विपक्ष में अपनी बात कही… ये बाते तल्ख रही…. लेकिन शायद अखिलेश जो चाहते थे… वो पूरा हो गया… गुरुनानक देव जी की बात रखने का मकसद पूरा हो गया… तो अखिलेश ने क्या लिखा…. अखिलेश लिखते हैं
जाहिर सी बात अखिलेश ने गुरुनानक देव जी की इस लौकिक कथा से बस जनता को वाकिफ कराने के लिए ही ट्वीट नहीं किया… बल्कि इसके पीछे सियासत की बेहद ही समझदार ऐहसास है… अपनी रणनीति की खुशबू को फैलाने का तरीका भी कुछ अलहदा है…. निशाने पर शायद उन्हें लिया जा रहा है… जिन्होंने 2017 में अखिलेश को पंचम तल की गद्दी नीचे उतारा था… और खुद उस सिंहासन पर अब तक यूपी में राज कर रहे हैं…. लेकिन 2022 में अखिलेश को फिर से वही तख्तों ताज पाने हैं… इसलिए उन्हें निशाने पर ले रहे हैं…. शायद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के योगी होने पर सवाल उठा रहे हैं…. तुलनात्मक अध्ययन कर बता रहे हैं… या फिर जनता के सामने ये कह रहे हैं…. योगी कैसा होना चाहिए…. गुरुनानक देव जी ने तो ऐसा कहा था… योग है क्या ? योग न तो कंठ पहनने में है, ना शृंगी बजाने में, ना डंडा लेने में और ना शरीर बस में लगाने में । जो माया के बीच रहकर, माया से अलग रहा है, वही सच्चा योगी है । ऐसा योगी कोरी बातें नहीं करता । वह सभी मनुष्यों को समान समझता है