जहां Raja Bhaiya और Bhanvi Singh की हुई थी शादी… अब वहां से हो सकेगा ‘श्रीराम’ का गुणगान….

फिर सुर्खियों में राजा भैया और उनकी पत्नी भानवी सिंह… राजा भैया ने ‘सास’ का किया समर्थन… हो गया बड़ा परिवर्तन !
राजा भैया की सास ने सीएम योगी से लिया था वादा… सीएम योगी ने वादा निभाकर दिखाया
जहां राजा भैया और भानवी सिंह की हुई थी शादी… अब वहां से हो सकेगा ‘श्रीराम’ का गुणगान !

उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेताओं में शुमार रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया इन दिनों सुर्खियों में बने हुए हैं… राजा भैया और भानवी सिंह की फिर से चर्चा होने लगी है… लेकिन इसबार विवादों की वजह से नहीं बल्कि एक नए खुशनुमा माहौल देने में एक जरिया बन गए… क्योंकि CM योगी ने जो वादा उनकी बड़ी सास आशिमा सिंह से किया था… आज पूरा करके दिखाया…ये वही जगह होगी… ससुराल का वो हिस्सा होगा… जिसकी विरासत को अब दुनिया के लोग से नजदीक से देख पाएंगे महसूस कर पाएंगे… सीएम योगी के इस कदम से राजा भैया के ससुराल में जश्न है…

राजा भैया के ससुराल बस्ती में राजभवन को विरासत के तौर पर स्थापित करने के लिए शासन-प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी हैं… एसडीएम की अगुवाई में राजस्व कर्मियों और नगर पालिका की टीम ने राजभवन परिसर का दौरा एक कर रिपोर्ट तैयार की है… दरअसल, राजमाता आशिमा सिंह ने भवन को हेरिटेज के तौर पर विकसित करने का प्रस्ताव सीएम योगी के समक्ष रखा था… इस पर सीएम योगी ने डीएम बस्ती से मौके की पैमाइश करने, अतिक्रमण हटाने सहित अन्य बिन्दुओं पर कार्य करते हुए प्रस्ताव मांगा था….जिसपर रिपोर्ट तैयार है… राजा भैया की बड़ी सास राजमाता आशिमा सिंह की आंखों में खुशी है… जज्बात के शब्द निकल रहे हैं…राजा माता आशिमा सिंह कह रही…यह राजमहल लगभग 200 से 250 साल पुराना है. मुख्यमंत्री जी तब भी यहां आए थे जब वह सिर्फ गोरखपुर के सांसद थे… तभी से उनके दिमाग में यह स्थल था…. मेरा भी उनके साथ काम करने का बहुत पुराना अनुभव है, क्योंकि जब वह गोरखपुर के एमपी थे, उस समय में पूर्वोत्तर रेलवे में डीआरएम के पद पर काम कर रही थी. तो यहां बस्ती रेलवे स्टेशन का कार्य उनकी देखरेख में ही हुआ था. मेरी कार्य प्रणाली से वह काफी हद था संतुष्ट थे….योगी जी यही कहना था कि 14 फरवरी 2024 तक हम राम मंदिर का उद्घाटन कर देंगे, तब तक अगर ये स्थल भी तैयार हो जाए तो बहुत अच्छा है…. हम जो अपने खास पर्यटक लाएंगे, विदेशी पर्यटकों को यहां रुकाना चाहेंगे. तो अब समय बहुत कम है, इसमें हमें अधिक से अधिक काम करना है….

गौरतलब है कि भानवी सिंह की शादी प्रतापगढ़ के राजपूत भदरी रियासत के राजा उदय प्रताप सिंह के बेटे कुंवर रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया से 17 फरवरी 1995 में हुई थी…. 17 फरवरी 1995 को राजा भैया की बारात बस्ती के राज महल में आई, जिसके बाद राजघराने के पुरोहितों ने विधि विधान से भानवी सिंह और राजा भैया के शादी कराई…. भानवी सिंह और राजा भैया के शादी में 1995 में मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह भी शामिल हुए थे… भानवी और राजा भैया के शादी के बाद अगले दिन विदाई की रस्म अदायगी की कहानी भी बड़ी दिलचस्प है…. क्योंकि विदाई के समय उस समय के मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव समधी के रूप में थे. अभी विदाई की रस्म चल ही रही थी कि मुलायम सिंह के ऊपर भानवी सिंह की मां मंजुल सिंह ने लाल रंग फेंक दिया था… जिसके बाद मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात सिक्योरिटी के जवानों में अचानक अफरा-तफरी मच गई थी… वो समझ नहीं पाए कि आखिर मुख्यमंत्री के साथ यह क्या हुआ. मगर बाद में लोगों ने रस्म के बारे में बताया…. लाल रंग में सराबोर मुलायम सिंह यादव ने रस्म को सहर्ष स्वीकार किया और हुए वाक्य को हंसकर टाल दिया….

शादी के बाद 1996 में भानवी सिंह ने दो जुड़वा पुत्रियों को जन्म दिया, लेकिन अफसोस की बात यह रही कि इन दोनों जुड़वा बेटियों में से एक की मौत हो गई…इसके बाद साल 1997 में फिर भानवी ने एक बेटी को जन्म दिया .हालांकि बेटे की चाहत लिए पति-पत्नी को कुछ साल इंतजार और करना पड़ा. साल 2003 में भानवी सिंह ने दो जुड़वा बेटों को जन्म दिया. राजा भैया और भानवी सिंह के दो बेटे शिवराज और बृजराज हैं, जबकि बेटियों का नाम राघवी और बृजेश्वरी है….