नई दिल्ली, 1 मार्च (आईएएनएस)। उत्तरी-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में बीते दिनों हुई हिंसा में कई दुकानों और घरों को आग के हवाले कर दिया गया था। बृजपुरी इलाके का सबसे बड़ा जूते का शोरूम भी जलकर खाक हो चुका है। शोरूम के मालिक का कहना है कि उनका लाखों का नुकसान हो चुका है, फिर भी उन्होंने आग लगाने वालों को दिल से माफ कर दिया। उन्हें सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास पर भरोसा है।
जूता शोरूम के मालिक हाजी अजमेरी का कहना है कि 24 फरवरी को उत्तरी-पूर्वी दिल्ली में हिंसा पूरी तरह से फैल चुकी थी, करीब 3 बजे तक वह अपने शोरूम में ही थे। जब हिंसा ज्यादा बढ़ती दिखी तो वह शोरूम से चले गए थे।
उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा, मैं 3 बजे तक यहीं था, उसके बाद मैंने देखा कि यहां बवाल शुरू हो गया है। 4:30 बजे मेरे मेरे शोरूम को लूटा, फिर शोरूम को पूरी जला दिया गया। मुझे पूरी तरीके से बर्बाद कर दिया गया। मैं बस अब खुदा से मौत मांग रहा हूं। मेरे पास कुछ नहीं बचा है, मैं दूसरे के मकान में रह रहा हूं। मुस्तफाबाद में मेरी जिंदगी की पूरी कमाई सिर्फ यही एक दुकान थी।
हाजी अजमेरी ने आगे कहा, मैंने सभी बलवाइयों को दिल से माफ कर दिया, मेरी बस एक गुजारिश है दिल्ली की जनता से कि किसी के बहकावे में ना आएं।
उन्होंने कहा, मैं सबसे कहता हूं, मैंने सब्र करके माफ कर दिया, तुम भी सब्र के साथ रहो और आप जहां भी रहते हैं, अगर वहां सभी धर्म के लोग हैं तो उनके साथ मिलकर आप बलवाइयों को रोकें। उन्होंने आगे कहा, मुझे यहां के लोगों ने प्यार दिया, इसलिए मैं यहां आया, वरना ये नफरत अगर पहले दिख जाती तो मैं कभी यहां नहीं आता।
हाजी अजमेरी ने सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास नारे को दोहराते हुए आईएएनएस से कहा, मुझे मोदीजी के इस नारे पर यकीन था और यकीन रहेगा। मेरी सिर्फ एक गुजारिश है कि केंद्र सरकार का कोई एक चपरासी आकर मेरे शोरूम की हालत देख ले, मुझे दिल्ली सरकार से कोई मदद नहीं चाहिए।
–आईएएनएस