पहलवानों और बाहुबली के बीच दंगल ! बृजभूषण ने एक उद्योगपति की ओर किया इशारा, कौन है वो ?

जंतर-मंतर से पहलवानों की चुनौती… बृजभूषण शरण सिंह का आया जवाब… पहलवानों पर किया बड़ा प्रहार
पहलवानों पर बाहुबली का सवालों से बौछार…जंतर मंतर पर एक ही परिवार और एक ही अखाड़ा क्यों?
अपराधी बनकर इस्तीफा नहीं दूंगा, साजिश के पीछे कुछ उद्योगपति… कौन है उद्योगपति ?

पिछली बार देखा था… इस बार भी देखा है… पिछली बार भी वहीं थे… अबकी बार भी वहीं है… पिछली बार सब अपनी मांग पर अड़े थे… अबकी बार भी मांग वहीं है… लेकिन थोड़ा ज्यादा… पिछली बार नेताओं के आने पर मनाही थी… अबकी बार नहीं है… इसलिए सब आए… अब प्रियंका गांधी भी आयी है… ये जंतर मंतर पर बैठे पहलवानों की लड़ाई है… तो लड़ाई कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की… पहलवान बृजभूषण सिंह को सलाखों के पीछे भेजने पर अड़े हैं… तो बृजभूषण उनसे लड़ने पर डटे हैं… विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया सहित देश के शीर्ष पहलवान कुश्ती संघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरने पर बैठे हैं… पहलवान आर-पार के मूड में हैं… तो बृजभूषण शरण सिंह भी हार मानने के मूड में नहीं है… बृजभूषण कह रहे हैं… अपराधी बनकर इस्तीफा नहीं दूंगा, साजिश के पीछे कुछ उद्योगपति हैं… तो कौन है वो उद्योगपति जिसके शह पर धरने पर पहलवान बैठे हैं…

भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने खुद पर लगाए गए पहलवानों के आरोपों पर सफाई दी है…. उनके सारे आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है… कह रहे हैं… उन्हें जनता की वजह से पद मिला है…. एक और सवाल बृजभूषण शरण सिंह ने दागा है… अखाड़े में एक ही परिवार क्यों है? ये खिलाड़ियों का धरना नहीं हैं वो तो बहाना हैं, निशाना कोई और है… तो निशाना कौन है…

बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, पहले इनकी मांग थी कि एफआईआर की जाए, चलिए इनकी मांग स्वीकार हो गई और अब एफआईआर हो गई… अब ये कहते हैं कि जेल के अंदर होना चाहिए, सारे पदों से इस्तीफा देना चाहिए.,, तो उन्हें ये जो लोकसभा का पद मुझे मिला है, वो विनेश फोगाट ने नहीं दिया है बल्कि जनता ने दिया है… एक बार-नहीं बल्कि 6-6 बार दिया है, मुझे ही नहीं मेरी पत्नी को भी दिया है…. कुश्ती संघ का अध्यक्ष पद भी उन्होंने नहीं दिया है, चुनाव लड़कर जीता हूं….

बृजभूषण सवाल कर रहे हैं… जंतर मंतर पर एक ही परिवार और एक ही अखाड़ा क्यों?… हरियाणा, हिमाचल के,महाराष्ट, कर्नाटक, तमिलनाडु या देश के अन्य प्रांतों के खिलाड़ी क्यों आरोप नहीं लगा रहे हैं? सिर्फ इनके साथ ही यौन उत्पीड़न क्यों होता है? हरियाणा का एक ही परिवार और एक ही अखाड़ा विरोध कर रहा है, बांकि हरियाणा का 90 फीसदी खिलाड़ी और गॉर्जियन बृजभूषण सिंह के साथ है…. क्योंकि मैंने काम किया है…

वैसे पहलवानों की ओर से अचानक विरोध ने कुछ सवाल भी खड़े किए हैं… मुख्य प्रश्न यह है कि वास्तव में इन पहलवानों के पीछे कौन है?… उनका मार्गदर्शन कौन कर रहा है? जिस तरह से इस बार इन तीनों पहलवानों खुले तौर राजनीति दलों को उनके मंच को साझा करने का आवाहन किया है… क्या माना जाए… एक तरह से बृजभूषण शरण सिंह पर दबाव बनाने का प्रयास है… क्या इस पूरे विवाद में और भी परतें हो सकती हैं…बृजभूषण शरण सिंह का सपोर्ट करने वालों का तर्क है… ये एक राजनीतिक विवाद की तरह है… इसके पीछे कोई बड़ा है… कुछ नेटिजन्स को लगता है कि पूरे प्रकरण के पीछे एक योग गुरु है…

विशेष रूप से, बृज भूषण विवादों के लिए नए नहीं हैं और मुखर होने के लिए जाने जाते हैं… वो पहले भी कई विवादों में फंस चुके हैं… उनके खिलाफ मौजूदा विरोध का उनके पिछले विवादों से कुछ संबंध हो सकता है… साल 2022 नवंबर-दिसंबर में बृजभूषण ने योग गुरु रामदेव और उनके पतंजलि उत्पादों के ब्रांड पर कटाक्ष किया था… उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि रामदेव के उत्पाद अस्वास्थ्यकर हैं और वो यूपी और उत्तराखंड सरकार से इस पर ध्यान देने के लिए कहेंगे…जिसके बाद में रामदेव ने बृजभूषण को माफी मांगने के लिए नोटिस भेजा, लेकिन बीजेपी सांसद ने माफी नहीं मांगी…

इसके अलावा, 2016 में रियो ओलंपिक से ठीक पहले, दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार और उभरते पहलवान नरसिंह यादव के बीच एक झगड़ा हुआ था… उस वक्त रामदेव ने सुशील का साथ दिया था… बहरहाल ये देखना दिलचस्प होगा कि आगे क्या आता है… बृजभूषण पहले भी कई विवादों से जूझ चुके हैं… क्या वह इसमें पाक साफ निकल पाएंगे?