प्रतापगढ़ में सपा नेताओं पर खौफ गहराया… अखिलेश से नहीं योगी से लगाने लगे गुहार !
राजा भैया के डर की जद में आ गए अखिलेश के छविनाथ और गुलशन यादव… वीडियो जारी कर डर से वाकिफ कराया
छविनाथ यादव कह रहे हैं… बचा लो हमे… राजा भैया हत्या करवा सकते हैं

प्रतापगढ़ में सपा का एक नेता और पूरा परिवार राजा भैया के खौफ से थरथर कांप कांप रहा है… दुहाई दुहाई की गुहार लगाकर संगीन इल्जाम लगा रहा है… वो जो अभी उनके साथ हुआ ही नहीं… राजा भैया का डर इस कदर जेहन में छाप कर गया… पहले से ही भविष्यवाणी कर दी… कुछ भी हो सकता है… कभी भी हो सकता है… बचा लो… अगर कुछ ऐसा हुआ तो वही कसूरवार होंगे… वही होंगे सबसे बड़े कर्ता… डर का एहसास जेहन में इस कदर समाया… एक बड़ा आंकलन चिट्ठी में एक एक शब्द जोड़कर किया… मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखी… जान को खतरा है… बचा लीजिए… सुरक्षा दीजिए सरकार… डीएम-एसपी को चिट्ठी लिखी… चिट्ठी में वही डर… जिससे उन्होंने योगी को वाकिफ कराया…. सपा को वो नेता और कोई नहीं बल्कि प्रतापगढ़ में सपा जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव है…

छविनाथ यादव

छविनाथ यादव राजा भैया पर आरोप लगा रहे हैं… यदि उसकी या उसके भाईकी होती है हत्याथ… तो इसके लिए कुंडा के विधायक… एमएलसी प्रतापगढ़ अक्षय प्रताप सिंह और उनके कुछ सहयोगी होंगे जिम्मेदार… जिनकी बदलौत मेरे साथ हो सकती हैं ऐसी घटनाएं… अपने पत्र में छविनाथ ने लिखा है कि उनके भाई गुलशन यादव ने सपा से कुंडा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था… जिसमें उसे करीब 70 हजार वोट यादवों के मिले थे… ऐसे में हमारे जनाधार को बढ़ता और अपने जनाधार को खिसकता देख कुंडा के विधायक और एमएलसी प्रतापगढ़ उनकी या उनके भाई की हत्या. की साजिश रच रहे हैं… इसके साथ ही छविनाथ ने खुद को फर्जी मुकदमे में फंसाकर जेल भेजे जाने की भी आशंका जताई है…

छविनाथ यादव वही है… जो कभी राजा भैया के करीबी हुआ करते थे…. छविनाथ यादव और उनके बड़े बाई गुलशन यादव राजा भैया के बेहद ही खास हुआ करते थे… कहा जाता है… राजा भैया के समर्थन से ही छविनाथ यादव प्रधान बने… 2011 में छविनाथ के बड़े भाई गुलशन यादव कुंडा नगर पंचायत चेयरमैन बनने में कामयाब रहे…. इसके बाद 2017 में गुलशन यादव जेल में रहते हुए कुंडा नगर पंचायत के चेयरमैन पद के चुनाव में अपनी पत्नी सीमा यादव को राजा भैया के प्रत्याशी के खिलाफ खड़ा कर जिताने में कामयाब रहे…. सपा सरकार में पुलिस डीएसपी जियाउल हक की हत्या मामले में राजा भैया के साथ-साथ गुलशन यादव का भी नाम आया था…. इसके बाद कुंडा में राजा के करीबी पुष्पेंद्र सिंह पर जानलेवा हमले के मामले में गुलशन यादव को गिरफ्तार किया गया था और इसी मामले में पिछले 4 साल तक जेल में बंद रहे, लेकिन जेल से बाहर आने के बाद सियासी तौर पर सक्रिय रहे.. 2018 तक तो राजा भैया और छविनाथ यादव के बीच सब ठीक था पर जब राजा भैया ने अखिलेश यादव के कहने पर बसपा के प्रत्याशी को राज्यसभा में वोट नहीं दिया तभी से अखिलेश यादव समेत छविनाथ यादव और गुलशन यादव ने राजा भैया से दूरियां बना ली… तभी से अखिलेश यादव राजा भैया को पसंद नहीं करते है फिर उसके बाद अखिलेश यादव के इशारे पर ही छविनाथ यादव को प्रतापगढ़ का सबसे बड़ा पद देकर जिला अध्यक्ष बनाया गया था… बहरहाल अब छविनाथ यादव और उनके भाई गुलशन यादव राजा भैया के सबसे बड़े विरोधी है… और राजा भैया उनके सबसे बड़े विरोधी हैं….