बाहुबली Mukhtar Ansari पर Don Brijesh Singh भारी पड़ रहा है ! |
बाहुबली Mukhtar Ansari पर Don Brijesh Singh भारी पड़ रहा है ! |

पूर्वांचल के बाहुबली मुख्तार अंसारी ने कभी ऐसा सोचा नहीं होगा… कि ऐसा दिन आएगा… जिसके लिए वो गवाह बनाया… उसी के परिवार वाले उन्हें आरोपी बना देंगे… उनके नियत सवाल उठा देंगे… केस पर केस में एक और केस उनका नाम शामिल हो जाएगा… मुख्तार अंसारी जेल में बंद हैं… उनके कट्टर दुश्मन ब्रजेश सिंह बाहर आजाद हैं… तो मुख्तार के भाई अफजाल अंसारी को सीधा लग रहा है… ब्रजेश पर सरकार मेहरबान है… इसलिए वो ऐसे पहलवान हैं… जो अब पूर्वांचल के राबिनहुड रहे मुख्तार अंसारी पर भारी पड़ रहे हैं… पूर्वांचल में माफिया मुख्तार अंसारी और डॉन ब्रजेश सिंह के बीच तीन दशक से वर्चस्व की जंग लगातार जारी है… दो दशक तक ब्रजेश सिंह पर भारी पड़ता रहा मुख्तार अंसारी अब लगातार उससे चोट खा रहा है… गाजीपुर के चर्चित उसरी चट्टी केस में भी मुख्तार अंसारी पर ब्रजेश सिंह भारी पड़ गया है… जिस केस में खुद वादी रहकर मुख्तार अंसारी ने ब्रजेश सिंह को आरोपी बनाया था अब मुख्तार अंसारी को आरोपी बनाया गया है… मुख्तार अंसारी पर ही हत्या का केस दर्ज हो गया है… तो ये कैसे हो गया है… कौन मुख्तार अंसारी के खिलाफ हो गया… कौन ब्रजेश सिंह का साथी बन गया… इसे समझने के लिए फ्लैश बैक में चलिए….

गाजीपुर के उसरी चट्टी इलाके में 15 जुलाई 2001 की दोपहर साढ़े 12 बजे मुख्तार अंसारी के काफिले पर अत्याधुनिक असलहों से ताबड़तोड़ फायरिंग की गई थी… उस वक्त मुख्तार अंसारी मऊ से विधायक थे… और अपने निर्वाचन क्षेत्र में जा रहे थे… मुख्तार अंसारी को बचाने में उनके सरकारी गनर रामचंदर उर्फ प्रदीप, रुस्तम और अन्य मनोज राय मारा गया था… वारदात में कई लोग घायल हो गए थे.. इस मामले में मुख्तार अंसारी की तरफ से ब्रजेश सिंह और त्रिभुवन सिंह समेत 5 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट लिखाई गई थी… इन पांच में से तीन गैंगवार और एसटीएफ के एनकाउंटर में मारे गए थे… इसी वारदात के बाद से ब्रजेश सिंह कई साल अंडर ग्राउंड हो गए थे… ये भी अफवाह उड़ी थी कि ब्रजेश सिंह मारे गए हैं… ब्रजेश और त्रिभुवन के लापता होने से केस का ट्रायल लंबे समय तक रुका रहा…

इसी कांड में मारे गए मनोज राय के पिता की तरफ से अब मुख्तार अंसारी पर ही हत्या का केस दर्ज कराया गया है… पुलिस ने अपनी चार्जशीट में मनोज राय को मुख्तार अंसारी की तरफ से गोलियां चलाने वाला बताया गया था… मनोज राय के पिता शैलेंद्र राय अब मुख्तार अंसारी को ही बेटे का हत्यारा बताया है… बिहार के बक्सर के रहने वाले शैलेंद्र का आरोप है कि उसरी चट्टी गैंगवार में 22 साल पहले उसने बेटे मनोज राय को खो दिया… मनोज का ससुराल गाजीपुर के ही भांवरकोल के औथही गांव में है… वो मुख्तार अंसारी के लिए ठेकेदारी का काम करता था… मनोज कुमार राय ने बताया था कि कुछ टेंडर अपने मन से डाल दिए दिए जिसके बाद से मुख्तार अंसारी नाराज हो गए और अंजाम भुगतने की धमकी भी दी थी… हत्या का डर जताते हुए उसने माफी मांगी और फिर लगातार काम करने लगा…

मनोज के पिता के मुताबिक 14 जुलाई 2001 की शाम को सुरेंद्र शर्मा जो मुख्तार अंसारी का ड्राइवर था, उसके साथ कुछ लोग उसके घर आए और उसके बेटे मनोज राय को अपने साथ ले गए…15 जुलाई 2001 को मनोज की हत्या की सूचना मिली…उसके ससुर ने शिनाख्त की… और बाद में मनोज को हमलावर बता दिया…घर पर बाइक सवारों ने मुख्तार अंसारी के नाम पर धमकी दी… इससे हम परिवार के साथ भूमिगत हो गए… बेटे का शव देखने जब हम मुहम्मदाबाद के लिए रवाना हुए.. तो रात में बाइक सवारों ने धमकाते हुए बताया कि मनोज ने उल्टे सीधे ठेकेदारी की…और मुख्तार की बात नहीं मानने की उसे सजा मिली…

शैलेंद्र राय उस मनोज राय के पिता हैं… जिसकी हत्या का गवाह मुख्तार अंसारी रहा है… ब्रजेश सिंह के खिलाफ वो बोलने वाले थे… कोर्ट में हत्या का आरोप लगाने वाले थे… कि उससे पहले ही अब मनोज राय के पिता ने मुख्तार अंसारी को ही अपने बेटे मनोज राय की हत्या का आरोपी बना दिया… पूर्वांचल के बाहुबली मुख्तार अंसारी उसरी चट्टी हत्या कांड का अब आरोपी बन गए हैं… तो क्या माना जाए… ये मुख्तार अंसारी के साथ हुआ… अगर आप कुछ समझे तो अपनी राय कमेंट बॉक्स में आकर जरूर दे…