मंत्री Daya Shankar Singh – Swati Singh की 22 साल की शादी टूटने की क्या है असली वजह…
22 साल का रिश्ता टूटा… दयाशंकर सिंह-स्वाति सिंह के रास्ते अब हो गए अलग
सब यही चाहते रहे कि रिश्ते की डोर जुड़ी रहे… दोनों के बीच तल्खियों ने दिखाया रंग… रिश्तों का ताना बाना हुए भंग
जिस स्वाति सिंह ने पति के लिए मायावती से ली थी टक्कर… क्यों ली पति दयाशंकर सिंह से तलाक ?… दयाशंकर- स्वाति के तलाक का किस्सा जानिए
आखिर ऐसा कैसे हो गया.. कि दयाशंकर सिंह और स्वाति सिंह का रिश्ता टूट गया… दोनों के बीच तल्खियां तो थी… लेकिन ये किसी को उम्मीद नहीं थी कि दोनों के रिश्ते टूटकर बिखर जाएंगे… दोनों एक दूसरे से हमेशा के लिए अलग हो जाएंगे… पूछने वाले पूछ रहे हैं… इसके लिए कौन जिम्मेदार है… किसने पहल की… किसने चाहा उनका रिश्ता टूट जाए…बताएंगे आपको फिलहाल योगी सरकार में मंत्री दयाशंकर सिंह और पूर्व मंत्री स्वाति सिंह का रिश्ता तलाक के साथ खत्म हो गया… लखनऊ के अपर प्रधान न्यायाधीश देवेन्द्र नाथ सिंह ने 28 मार्च को 18 मई 2001 को हुई शादी को लेकर दाखिल तलाक की अर्जी को लेकर ये फैसला सुनाया है…
दरअसल, 22 साल के रिश्ते के बाद दयाशंकर सिंह और स्वाति सिंह के रास्ते अब अलग हो गए हैं… दोनों के बीच तलाक पर कोर्ट की मुहर लग गई है… इसके बाद ये हाईप्रोफाइल तलाक चर्चा का विषय बना हुआ है… दयाशंकर की पत्नी रहीं स्वाति सिंह ने कोर्ट में तलाक की अर्जी दी थी… इस मामले में मंत्री दयाशंकर सिंह को कई बार कोर्ट ने तलब किया, लेकिन वो हाजिर नहीं हुए… कोर्ट ने स्वाति सिंह की याचिका पर एकतरफा फैसला दे दिया…
स्वाति सिंह के साथ 22 साल तक चले विवाह के रिश्ते के खत्म होने के बाद दयाशंकर सिंह अब सामने आए हैं… उन्होंने कहा है कि ये तलाक एकतरफा है… हमने कभी तलाक की अर्जी नहीं दी थी… इस मामले में मैं कभी कोर्ट नहीं गया। हालांकि, उन्होंने कहा कि अब तलाक हो गया है तो इस मामले में मैं अपनी तरफ से आगे नहीं बढूंगा… दयाशंकर ने माना है कि स्वाति सिंह की बढ़ी हुई राजनीतिक महत्वाकांक्षा रिश्ते में दरार का सबसे बड़ा कारण बनी… दरअसल, बेटी पर हुए राजनीतिक हमलों के बाद स्वाति ने राजनीति में कदम रखा था…
साल 2017 के विधानसभा चुनाव में स्वाति सिंह चुनावी मैदान में उतरीं और जीत दर्ज कर योगी मंत्रिमंडल तक में जगह बनाने में कामयाब हुईं… हालांकि, यूपी चुनाव 2022 में उनका टिकट कट गया… उनकी जगह पर उनके पति दयाशंकर सिंह को भाजपा ने चुनावी मैदान में उतारा… इससे पहले ही दोनों के रिश्तों की दरार सुर्खियां बन गई थीं… अब दोनों के रिश्ते खत्म हो गए हैं.. हालांकि, इसको लेकर चर्चा खूब हो रही है।
दयाशंकर सिंह और स्वाति सिंह की नजदीकी छात्र जीवन से ही बढ़ने लगी थी… दोनों बलिया के रहने वाले हैं… स्वाति सिंह इलाहाबाद में एमबीए की पढ़ाई कर रही थी… दयाशंकर सिंह का लखनऊ यूनिवर्सिटी की छात्र राजनीति में बड़ा नाम था… दोनों एबीपीपी से जुड़े थे… एबीवीपी के कार्यक्रमों में मुलाकात ने दोनों का परिचय बढ़ाया… स्वाति ने बाद में लखनऊ से पीएचडी करना शुरू किया… दोनों की नजदीकी बढ़ी… 18 मई 2001 को दयाशंकर और स्वाति ने शादी कर ली… करीब 11 सालों तक दोनों का रिश्ता बेहतर रहा… दयाशंकर और स्वाति के एक बेटा और एक बेटी हैं…
साल 2012 आते-आते घर की लड़ाई कोर्ट तक पहुंच गई… स्वाति ने लखनऊ फैमिली कोर्ट में तलाक का आवेदन दिया… उन्होंने अपनी अर्जी में दयाशंकर पर घर में मारपीट का आरोप लगाया… खुद को घरेलू हिंसा का शिकार बताया। हालांकि, वर्ष 2018 में कोर्ट ने इस केस को बंद कर दिया… साल 2017 में एक मामले ने स्वाति को राजनीतिक मैदान तक पहुंचा दिया… कोर्ट में तलाक का केस चल रहा था… परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह और स्वाति के दो बच्चे हैं… एक बेटा और एक बेटी. दोनों स्वाति सिंह के साथ ही रहते हैं… दयाशंकर सिंह वक्त-वक्त पर अपने बच्चों से मुलाकात भी करते हैं… पिछले एक दशक से दोनों के बीच संबंध नहीं के बराबर थे, लेकिन जब दयाशंकर सिंह ने बसपा सुप्रीमो मायावती के खिलाफ विवादित बयान दिया था… तब स्वाति ने मोर्चा संभाला… दयाशंकर सिंह को बसपा सुप्रीमो मायावती के खिलाफ विवादित बयान देने के कारण मामला बढ़ा तो पार्टी ने उन्हें 6 सालों के लिए निलंबित कर दिया… बसपा सुप्रीमो पर बयान के बाद भड़के बसपा नेताओं ने दयाशंकर सिंह की बेटी पर अभद्र टिप्पणी की…. इस मामले को उठाते हुए स्वाति सिंह ने जोरदार विरोध शुरू कर दिया… लोगों का सपोर्ट मिला तो वे खुलकर मैदान में उतर गईं…
इस दौरान दोनों पति-पत्नी के बीच फिर नजदीकी हुई थीं… फिर 2017 के विधानसभा चुनाव में दयाशंकर सिंह को टिकट नहीं मिला तो उनकी पत्नी स्वाति सिंह को बीजेपी ने टिकट दिया था… स्वाति विधायक बनीं और फिर योगी सरकार में मंत्री बनीं. उसके बाद एक बार फिर दोनों के रिश्ते बेहद खराब हो गए…इस बार स्वाति का टिकट काटकर बीजेपी ने दयाशंकर को बलिया से टिकट दिया था, जहां से वो विधायक हुए और उसके बाद योगी कैबिनेट में मंत्री बने. स्वाति सिंह और दयाशंकर बीच घरेलू हिंसा तक की खबरें आती रही… स्वाति, दयाशंकर पर कई तरह के आरोप लगा चुकी हैं…. यहां तक की कई बार पार्टी के शीर्षस्थ नेताओं ने सुलह कराने की कोशिश की…स्वाति सिंह को टिकट नहीं मिलना और स्वाति सिंह की जगह दयाशंकर सिंह को टिकट दिए जाने और उन्हें मंत्री बनाए जाने के बाद तो एकदम यह साफ हो गया कि अब दोनों के बीच कोई रिश्ता नहीं रह गया. स्वाति सिंह ने इस रिश्ते को खत्म करने के लिए तलाक की अर्जी दी थी जिसे अब अदालत ने मान लिया है…