महाराजगंज में गोसदन में बड़े पैमाने पर अनियमितता का मामला सामने आया है। कागजों में 25 सौ गोवंशों की मौजूदगी दर्शायी गई, लेकिन जब भौतिक सत्यापन किया गया तो 954 ही मिले। बावजूद इसके खर्चे में कटौती नहीं की गई। वहीं, करीब 300 एकड़ जमीन को किसानों व फर्मों को दे दी गई। इस पर शासन ने सोमवार को डीएम अमर नाथ उपाध्याय, एसडीएम निचलौल सत्यम मिश्रा व उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर वीके मौर्य व मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राजीव उपाध्याय को निलंबित कर दिया है। साथ ही एफआईआर के भी आदेश दिए गए हैं। डीएम पर कार्रवाई के बाद आईएएस उज्जवल कुमार को महाराजगंज का जिलाधिकारी बनाया गया है।
मुख्य सचिव आरके तिवारी ने बताया कि, मधलिया गो-सदन में अनियमितता का मामला सामने आने के बाद अपर आयुक्त गोरखपुर मंडल की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने जांच की थी। कमेटी ने रिपोर्ट दी है कि, कोई भी अधिकारी अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं कर सके हैं। जिले के अधिकारियों ने संतोषजनक तरीके से कार्य भी नहीं किया। गोवंश की संख्या कम होने के बाद भी ब्यय में कोई कमी नहीं की गई। इससे पता चलता है कि, गंभीर अनियमितता की गई है।