शराबी फिल्म का मशहूर डायलॉग …मूंछे हो तो नत्थू लाल जैसी… आपने खूब सुना होगा लेकिन उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में नत्थू लाल की मूंछे प्रेम सिंह और सूर्य लाल की मूंछों के आगे कुछ भी नहीं… लंबी कद-काठी… चौड़ा सीना… बड़ी-बड़ी आंखें… और सबसे खास घनी और तनी मूंछे… अपनी मूंछो की तारीफ से दोनों होमगार्डों की खुशी का ठिकाना नहीं है… जिले में तैनात दो होमगार्ड प्रेम सिंह व सूर्यलाल यादव को अपनी मूंछों से बेहद प्यार है… प्रेम सिंह बीते 21 सालों से अपनी मूंछों पर ताव फेरते आ रहे हैं… तो वहीं सूर्य लाल यादव ने अपनी मूंछों पर कभी कैंची तक नहीं लगवाई… इनकी मूंछों के ताव से लखनऊ में बैठे डीजीपी भी प्रभावित हुए हैं… डीजीपी ने दोनों होमगार्डों को पुरस्कृत करने का ऐलान किया है… अब दोनों को एक हजार रुपए प्रतिमाह मूंछों की देखभाल के लिए दिया जाएगा… होमगार्ड प्रेम और सूर्य लाल नगर कोतवाली में तैनात हैं… होमगार्ड प्रेम सिंह ने 1998 से मूंछे रखने का निर्णय लिया था… शुरूआत में लोग बेवजह परेशान करने के लिए टिप्पणी करते थे… परेशान होकर एक दिन पत्नी से पूछ लिया कि तुम्हें कोई परेशानी तो नहीं… पत्नी ने जवाब दिया कि, कोई परेशानी नहीं है… जब साथ चलती हूं तो लगता है कि, किसी मर्द के साथ चल रही हूं… तब से प्रेम सिंह ने मूंछे बढ़ाने का फैसला कर दिया… कुछ ऐसा ही किस्सा होमगार्ड सूर्य लाल यादव का भी है… उन्होंने मूंछों पर अब तक सिर्फ तीन बार कटवाया है… माता-पिता और भाई की मृत्यु होने पर मुंडन संस्कार करवाया गया था… तभी सूर्यलाल ने मूंछे काटी थीं… उसके बाद आज तक कभी नहीं कटवाई… अब इन्हीं लम्बी बड़ी मूंछों ने उन्हें एक अलग पहचान दी है