इस्लामाबाद, 2 जुलाई (आईएएनएस)। पाकिस्तान की मुद्रास्फीति दर वित्त वर्ष 2020 (जुलाई 2019-जून 2020) में बढ़कर 10.74 प्रतिशत तक पहुंच गई है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पाकिस्तान की महंगाई दर पिछले आठ वर्षों की अधिकतम ऊंचाई पर पहुंच चुकी है।

न्यूज एजेंसी सिन्हुआ ने पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ स्टेटिस्टिक (पीबीएस) के हवाले से बताया कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। अलग-अलग वस्तुओं और सेवाओं के दाम से लेकर शिक्षा, हाउस रेंट, यूटिलिटी बिल्स और खाद्य एवं पेय पदार्थों के दाम बढ़ गए हैं।

वित्त वर्ष की शुरुआत से ही पाकिस्तान में महंगाई बढ़ने के आसार थे। पाकिस्तानी सरकार ने उस वक्त भी गैस और बिजली शुल्क (इलेक्ट्रिसिटी ट्रैरिफ) में जबरदस्त बढ़ोतरी की थी। दरअसल, पाकिस्तान सरकार अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से मिलने वाले बेलआउट पैकेज के इंतजार में है। वित्तीय घाटा कम करने के लिए यह बेलआउट पैकेज बहुत जरूरी है।

पिछले महीने स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने एक रिपोर्ट में कहा था कि पाकिस्तान ने कई वर्षों में सबसे अधिक महंगाई दर देखी है।

रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी में मुद्रास्फीति की दर 14.6 प्रतिशत तक पहुंच गई थी, लेकिन बाद में पेट्रोलियम कीमतों में कमी और कोरोना के प्रकोप के बाद बैंक द्वारा ब्याज दर में कटौती ने मुद्रास्फीति को कम कर दिया।

इससे पहले वित्त वर्ष 2012 में पाकिस्तान में महंगाई दर 11.0 प्रतिशत थी।

–आईएएनएस