लखनऊ, 18 दिसंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) का फैसला जनहित में है, और विपक्ष इस मुद्दे पर लोगों को गुमराह कर रहा है।

मुख्यमंत्री ने एक टीवी चैनल के कार्यक्रम नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) पर हमला करते हुए कहा कि विपक्ष केवल इस मुद्दे पर राजनीति कर रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा, यह किसी धर्म या जाति के खिलाफ नहीं। इसके चलते विपक्ष की वोट बैंक की राजनीति हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी। लिहाजा बौखलाहट में वे लोगों को गुमराह कर रहे हैं। चूंकि इनके चरित्र से हर कोई वाकिफ है। लिहाजा कोई इनके बहकावे में नहीं आने वाला है। अंतत: हरदम की तरह इस बार भी इनकों मुंह की खानी होगी।

मुख्यमंत्री ने एनआरसी के मुद्दे पर कहा, जो भी भारतीय है वह सदैव यहीं का रहेगा। नागरिकता कानून और एनआरसी को जोड़ना गलत है। पड़ोसी देशों के पीड़ित अल्पसंख्यकों को भारत में शरण मिलनी चाहिए। यह हमारी परंपरा भी रही है। हम वही कर रहे हैं, यही सच है। विपक्ष का इस मसले पर अनर्गल प्रलाप 100 फीसद गलत है।

विधानसभा में विधायकों के धरने के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा, इस बाबत मैंने विधानसभा अध्यक्ष से भी बात की है, संसदीय कार्य मंत्री से भी इसकी रिपोर्ट ली है। स्वस्थ्य लोकतंत्र में हर जनप्रतिनिधि विधानसभा में अपनी बात रखना चाहता है लेकिन उन्हें मौका नहीं मिल पाया, इसलिए वह धरने पर बैठे थे। विधायकों को संसदीय संस्थाओं की मर्यादा का भी पालन करना होगा। शासन को भी उनकी बात सुननी और माननी होगी। रिपोर्ट आने पर इस मामले में उचित कार्यवाही करेंगे।

राम मंदिर के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा, इसके लिए हर भारतवासी से 11 रुपये और एक ईंट देने की अपील मैं कर चुका हूं। मैं यकीन दिलाता हूं कि भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर जन सहभागिता से बनेगा। इसमें सरकार का एक पैसा भी नहीं खर्च होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि रामराज्य का फलक बेहद व्यापक है। इसे सिर्फ धर्म के चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए।

— आईएएनएस