बात यूपी0 के बलिया जिले कि है जहाँ बाढ़ की आफ़त झेल रहा यह ज़िला अपनीं किस्मत पर आंसू बहा रहा है। बलिया के शिक्षा विभाग और विभाग द्वारा जारी निर्देश के क्रम में बाढ़ क्षेत्रों में स्कूलों को बंद कर बाढ़ प्रभावित लोगों को रहनें का आश्रय स्थल बनाया गया है । बाढ़ और वर्षा ख़त्म होंने के बाद भी नहीं खुले स्कूल अब भी बना हुआ है रैन बसेरा।

बाढ़ के दिनों में बाढ़ क्षेत्र के स्कूलों को बंद करा दिया गया था और बाढ़ प्रभावित लोगों को अस्थाई तौर से रहनें के लिए दिया गया था पर बाढ़ बीत जानें के बाद भी अभी तक विद्यालय नहीं खुले।

यह विद्यालय शिक्षा क्षेत्र सोहावं अंतर्गत शाह पुर बभनौली का हैं प्राथमिक विद्यालय। जो बन्द हैं। शिक्षक छुट्टियां मना रहें हैं और ग्रामीणों नें इसे अपना रैन बसेरा बना रखा है। पशुओं के चारे और अपनें आशियाने के रूप में प्रयोग कर रहे हैं।

शिक्षा के मंदिर और विद्यार्थियों कि चिन्ता छोड़ शिक्षक लापता हैं। इस बारे में जब हमनें प्रभारी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से जाननें की कोशिश की तो उनका कहना है खण्ड शिक्षाधिकारी को कहा गया है । कल से खुलेगा विद्यालय।