मेरठ मेडिकल कॉलेज में मंगलवार को 24 घंटे में 8 कोरोना संक्रमितों ने दम तोड़ दिया। बड़ी बात ये है कि इनमें से 4 मेरठ के हैं। जबकि एक-एक बिजनौर और बुलंदशहर के रहने वाले हैं। मेरठ मेडिकल कालेज में अब तक 61 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है। ये सब अलग-अलग जिलों से हैं। बीते 5 दिन में ही मेरठ मेडिकल कालेज के कोविड 19 वार्ड में 22 मौत हुई हैं, जिनमें से 11 मेरठ के हैं। मेरठ में अब तक कोरोना के 538 मरीज मिल चुके हैं, जिनमें से 41 की जान जा चुकी है।

55 वर्षीय पुरुष संजय जैन, जो सिकंदराबाद के बुलंदशहर के रहने वाले थे । 3 जून 2020 को रात 11:30 बजे मेडिकल कॉलेज मेरठ लाए गए | इनका ऑक्सीजन सैचुरेशन बहुत कम था। इनको दोनों फेफड़ों में खतरनाक निमोनिया तथा एक्यूट रेस्पिरेट्री डिस्ट्रेस सिंड्रोम नामक क्रिटिकल रोग था।डॉक्टरों की पूरी टीम के प्रयासों के बावजूद उनको बचाया नहीं जा सका और 9 जून 2020 को सुबह 10:00 बजे इनकी मौत हो गई।

पुखराज, उम्र 56 साल, बिजनौर का रहने वाला था| इनको क्रोनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज की बीमारी पहले से थी। यह 5 जून 2020 को दोपहर 12 बजे मेडिकल कॉलेज मेरठ के कोविड-19 अस्पताल में भर्ती हुए थे। इनको दोनों फेफड़ों में खतरनाक निमोनिया तथा एक्यूट रेस्पिरेट्री डिस्ट्रेस सिंड्रोम नामक क्रिटिकल रोग था। डॉक्टरों की पूरी टीम के प्रयासों के बावजूद उनको बचाया नहीं जा सका और 9 जून 2020 को दोपहर साढ़े 12 बजे इनकी मौत हो गई।

45 वर्षीय शमशुद्दीन जो मेरठ के रहने वाले थे । 6 जून 2020 को रात 11:14 बजे मेडिकल कॉलेज मेरठ लाये गए| इनका ऑक्सीजन सैचुरेशन बहुत कम था। इनको दोनों फेफड़ों में खतरनाक निमोनिया तथा एक्यूट रेस्पिरेट्री डिस्ट्रेस सिंड्रोम नामक क्रिटिकल रोग था।डॉक्टरों की पूरी टीम के प्रयासों के बावजूद उनको बचाया नहीं जा सका और 9 जून 2020 को शाम 5 बजे इनकी मौत हो गई।

56 वर्षीय बलबीर सिंह मुरादाबाद के रहने वाले थे । 9 जून को सुबह 10:30 बजे मेडिकल कॉलेज मेरठ लाए गए| वह कोरोनरी आर्टरी डिजीज तथा अनियंत्रित डायबिटीज के पहले से मरीज़ थे| इनका ऑक्सीजन सैचुरेशन बहुत कम था। इनको दोनों फेफड़ों में खतरनाक निमोनिया तथा एक्यूट रेस्पिरेट्री डिस्ट्रेस सिंड्रोम नामक क्रिटिकल रोग था।डॉक्टरों की पूरी टीम के प्रयासों के बावजूद उनको बचाया नहीं जा सका ।

विजय कुंवर, उम्र 48 साल, मेरठ का रहने वाला था| ये 08 जून को शाम 6:05 बजे मेडिकल कॉलेज मेरठ के कोविड-19 अस्पताल में भर्ती हुए थे। इनको दोनों फेफड़ों में खतरनाक निमोनिया तथा एक्यूट रेस्पिरेट्री डिस्ट्रेस सिंड्रोम नामक क्रिटिकल रोग था। डॉक्टरों की पूरी टीम के प्रयासों के बावजूद उनको बचाया नहीं जा सका और 9 जून को सुबह 5:20 बजे इनकी मृत्यु हो गई।

30 वर्षीय महिला सोनी जो मेरठ की रहने वाली थी दिनांक 9 जून को सुबह 02:56 बजे मेडिकल कॉलेज मेरठ लायी गई| इनका ऑक्सीजन सैचुरेशन बहुत कम था। इनको दोनों फेफड़ों में खतरनाक निमोनिया तथा एक्यूट रेस्पिरेट्री डिस्ट्रेस सिंड्रोम नामक क्रिटिकल रोग था।डॉक्टरों की पूरी टीम के प्रयासों के बावजूद उनको बचाया नहीं जा सका और दोपहर 12 बजे इनकी मृत्यु हो गई।

इनके अलावा मेडिकल कालेज में ही सोमवार को दो कोविड-19 सस्पेक्ट रोगियों की मृत्यु कल हुई थी। उनकी रिपोर्ट भी मंगलवार को पॉजिटिव आई है। ऐसे में मेरठ मेडिकल कॉलेज में पिछले 24 घंटे में 8 मौत रिपोर्ट की गईं।