देशव्‍यापी लॉकडाउन को दूसरा चरण चल रहा है । दूसरा चरण 3 मई तक चलना है। लेकिन कई राज्‍यों ने दूसरे राज्यों में बसें भेजी हैं। इन बसों में सवार होकर लोग अपने-अपने राज्‍य वापस लौटेंगे। कई हजार प्रवासी तो अपने-अपने राज्‍य पहुंच भी चुके हैं। उत्‍तर प्रदेश ने शनिवार से ही इसकी शुरुआत कर दी थी। मध्‍य प्रदेश ने महाराष्‍ट्र को पत्र लिखा है कि वहां के लोगों को वापस आने दें।

ऐसे में अब सवाल उठने लगे हैं क्या 3 मई के बाद लॉकडाउन जारी रहेगा ? क्या केंद्र और राज्य सरकारों के बीच इसे लेकर सहमति बन गई है ? क्‍या प्रवासी मजदूरों को इसलिए बुलाया जा रहा है ताकि उन्‍हें अपने ही राज्‍य में रखा जाए। अगर ऐसा है तो शायद सरकारे अपने अपने राज्यों को लॉकडाउन हटाने को लेकर जल्दबाजी में नहीं है । वो लॉकडाउन को शायद चरणबद्ध तरीके से खोलने पर विचार कर रहे हो ।

तो मानकर चलिए अगर ऐसा है तो प्रवासी मजदूरों का संकट दूर करने के बाद भले ही आर्थिक गतिविधियां शुरू हों लेकिन लॉकडाउन की मियाद बढ़ा दी जाए। क्‍योंकि अगर प्रवासी मजदूरों के बाहर रहते लॉकडाउन बढ़ा तो हालात बेकाबू हो सकते हैं। कई राज्‍यों से पिछले एक महीने में ऐसी तस्‍वीरें आ चुकी हैं।

ये तो जानते ही होंगे । देशभर में कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है, ऐसे में कई राज्‍य 3 मई के बाद भी सख्‍ती जारी रखना चाहते हैं। कोरोना पर बनी दिल्‍ली सरकार की कमिटी ने एक दिन पहले कहा था कि राष्‍ट्रीय राजधानी में 16 मई तक लॉकडाउन बढ़ाना पड़ेगा।