गोरखपुर के होटल में कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की हत्या के आरोप में जेल में बंद सभी पुलिस वालों की 17 नवम्बर को कोर्ट में पेशी होगी। उन्हें 17 नवम्बर तक न्यायिक हिरासत में रखा गया था। अब पेशी के साथ ही यह न्यायिक हिरासत बढ़ती है या फिर सीबीआई उन्हें अपनी कस्टडी में लेती है यह जानने के लिए सबकी नजरें सीबीआई टीम के अगले कदम पर हैं।

उधर, जांच में जुटी सीबीआई ने मंगलवार को मानसी हॉस्पिटल के दो कर्मचारियों से करीब डेढ़ घंटे तक पूछताछ की। इससे पहलू पूरे दिन सीबीआई ने मनीष गुप्ता के गोरखपुर आने और मौत तक की घटना को समझने के साथ ही अब तक पूछताछ और दस्तावेजों के आधार पर मिली जानकारी की सब कड़ियों को लिपिबद्ध करने में भी जुटी रही। सीबीआई ने एक ऑपरेटर के साथ यही काम किया। हालांकि शाम को हॉस्पिटल के कर्मचारियों को बुलाकर पूछताछ की।

मंगलवार को सीबीआई की टीम ने एनेक्सी भवन में ही पूरा दिन बिताया। बीते दिनों मनीष के दोस्तों, वेटर, एसआईटी व स्थानीय पुलिस के साथ पूछताछ, सवाल जवाब और एकत्र किए गए दस्तावेज हासिल किए थे। समझा जा रहा है कि मंगलवार को सीबीआई ने घटना के बारे में अब तक मिले तथ्यों, बयानों को अब लिपिबद्ध करना शुरू कर दिया है। शाम चार बजे तक यही सब चला है। साढ़े पांच बजे के करीब मानसी हॉस्पिटल के कर्मचारियों को एक-एक कर सीबीआई ने बुलाया। पहले मनीष तिवारी नामक कर्मचारी पहुंचा और उससे पूछताछ चल रहा था कि नितेश गुप्ता नामक कर्मचारी भी पहुंचा। दोनों से करीब सात बजे तक पूछताछ चली।