राष्ट्रीय चिकित्सा विज्ञान अकादमी का 61वां वार्षिक सम्मेलन 26 से 28 नवंबर तक बीएचयू में मनाया जाएगा। इस दौरान स्वास्थ्य सेवाओं के उत्थान और कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में अग्रणी योगदान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फेलो ऑफ मेडिकल साइंसेज (एफएएमएस) देने का निर्णय लिया गया है।

इसके अलावा अकादमी की ओर से 52 चिकित्सकों तथा वैज्ञानिकों को फेलोशिप और 106 युवा डॉक्टरों को सदस्यता दी जाएगी। आईएमएस के डीन रिसर्च और सम्मेलन के आयोजन सचिव प्रो. अशोक कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय चिकित्सा विज्ञान अकादमी की स्थापना 1961 में की गई थी।

अकादमी भारत में स्वास्थ्य सेवाओं की योजना और प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। कृषि विज्ञान संस्थान के शताब्दी कृषि प्रेक्षागृह में 26 नवंबर को होने वाले उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि तेलंगाना की राज्यपाल और पुंडुचेरी की उपराज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सुंदरराजन होंगे।
 
विशिष्ट अतिथि केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री डॉ. भागवत कराड और प्रभारी वीसी प्रो. वीके शुक्ला रहेंगे। प्रो. अशोक ने बताया कि आईएमएस बीएचयू के निदेशक प्रो. बीआर मित्तल सम्मेलन के संरक्षक हैं। दो दिनों में होने वाले कुल 10 वैज्ञानिक सत्रों में विभिन्न विषयों पर चर्चा, सात पुरस्कार पत्र और 48 पोस्टर जारी किए जाएंगे।