- अयोध्या फैसले के बाद हुए 48 भड़काऊ पोस्ट
- पोस्ट को लेकर हुई 34 FIR, 77 गिरफ्तार
- सोशल मीडिया पोस्टों पर हुई कार्रवाई
- सीएम योगी ने खुद संभाल रखा था मोर्चा
अयोध्या विवाद को लेकर देश की सर्वोच्च अदालत ने अपना फैसला सुना दिया….लोगों ने फैसला आते ही अपने अपने अंदाज में जश्न मनाया…लेकिन कुछ ऐसे लोग भी थे जिन्होंन सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट किया…खुद उत्तर प्रदेश से लगभग 34 FIR हुई और 77 लोगों को गिरफ्तार किया गया है…पुलिस विभाग की सोशल मीडिया निगरानी शाखा ने रविवार को 22 मुकदमे दर्ज किए और 40 लोगों को हिरासत में लिया। एडीजी लखनऊ जोन पीवी रामाशास्त्री के मुताबिक, शनिवार देर रात तक ही 37 लोगों को हिरासत में लिया गया था
फेसबुक पर 1355 पोस्ट और 98 यूट्यूब वीडियो के खिलाफ कार्रवाई की गई है. आईजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रवीण कुमार के मुताबिक, अयोध्या पर फैसले की तैयारी पिछले एक महीने से चल रही थी, जिसके तहत 480 लाइसेंसी असलहों के निरस्तीकरण की प्रक्रिया शुरू हो गई थी. 135 असलहा लाइसेंस निरस्त भी कराए गए. 15 हज़ार पीस कमेटी की बैठकों के जरिए समाज के हर वर्ग से पुलिस जुड़ी रही
बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ तड़के उठ जाते हैं, लेकिन शनिवार को योगी और पहले उठ गए और अपना पूजा-पाठ संपन्न कर राज्य की कानून-व्यवस्था की समीक्षा में लग गए. शनिवार सुबह एक बार फिर से योगी आदित्यनाथ ने डीजीपी ओपी सिंह से फोन पर बात की और पूरे राज्य की हालात का जायजा लिया.शनिवार को दिए अपने फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद में विवादित जमीन रामलला विराजमान को देने का आदेश दिया है. वहीं, सुन्नी वक्फ बोर्ड को पांच एकड़ जमीन अयोध्या में कहीं भी देने का आदेश दिया गया है