दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर ठीक एक वर्ष बाद टोल शुल्क कार्य शुरू कर दिया गया है। एक अप्रैल 2021 से एक्सप्रेस-वे को वाहनों के लिए खोला गया था। शुक्रवार सुबह ठीक 8:00 बजे मेरठ स्थित काशी टोल प्लाजा से गुजरने वाले वाहनों से टोल शुल्क लिया गया। पहला शुल्क फरीदाबाद से आ रहे वासु ने ₹155 फास्टेग के द्वारा दिया। पाथवे इंडिया लिमिटेड कंपनी के प्रतिनिधियों ने बताया कि पहले 10 मिनट में 120 वाहन गुजर गए।

मेरठ से सरायकाले खां तक हल्के वाहनों (कार) से 155 रुपये लिए जाएंगे। वहीं, सबसे कम भोजपुर तक 25 रुपये है। इसके अलावा महीनेभर में सफर करने वाले लोगो के लिए भी सुविधा है। वह 50 यात्रा का टोल शुल्क फास्टटेग के माध्यम से एक बार जमा कर सकते हैं। इस शुल्क पर प्रतिदिन के टोल शुल्क का दो तिहाई ही देना होगा। टोल प्रक्रिया के शुभारंभ पर एनएचएआई से अमन कुमार, पाथवे इंडिया इंचार्ज नवनीत शर्मा , प्रभात शर्मा, जीआर इंफ्रा के डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर मनोज बेरवा मौजूद रहे।

दौड़ते रहे दोपहिया/तिपहिया वाहन

टोल शुरू होने के बाद भी दोपहिया और तिपहिया वाहन दौड़ते नज़र आए। हालांकि टोल कर्मचारियो का कहना है कि अगले एक-दो दिन में रोक लगा दी जाएगी। वही, टोल बूथ पर महिला कर्मचारी भी कार्य करती मिलीं।

ये हैं एक्सप्रेसवे पर टोल बूथ

काशी टोल प्लाजा, भोजपुर, रसूलपुर, डासना, डूंडाहेड़ा, इंदिरापुरम, सरायकाले खां