जब ममता ने छुए लालू के पैर, राबड़ी देवी को भी दी साड़ी… गर्मजोशी का ये VIDEO क्या कहता है?
ममता क्यों हुई लालू के आशीर्वाद की दरकार… दो कारणों से सबसे पहले लालू से की मुलाकात
लालू से सियासी मुलाकात में पारिवारिक माहौल… बंगाल CM ने सुनाया RJD सुप्रीमो का चुटीला किस्सा
ये बात किसी से छिपी नहीं है… कि पीएम मोदी लगातार तीसरी बार दिल्ली की गद्दी पर बैठने से रोकने की बड़ी मुहिम बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुरू की… लेकिन विपक्ष के कद्दावर नेताओं की जमात में शामिल ममता बनर्जी ने महत्व दिया तो आरजेडी चीफ लालू यादव को… तो ऐसा क्यों…. इसके क्या मायने हो सकते हैं… ये दृश्य बैठक से पहले का है… जब बैठक से पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बिहार आयी तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात नहीं की… ना ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, ममता के स्वागत के लिए एयरपोर्ट पर गए… ममता बनर्जी सीधे निकल गई आरजेडी लालू यादव के आवास की ओर… ममता ने लालू यादव से बिहार के उप मुख्यमंत्री और लालू के बेटे तेजस्वी यादव के आवास पर मुलाकात की… इस दौरान उन्होंने लालू के पैर छुए…ममता के साथ उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी भी मौजूद थे…ममता बनर्जी ने मुलाकात के दौरान लालू का तबीयत का हाल जाना… सामने आई तस्वीरों में देखा जा सकता है कि दोनों मुस्कराकर एक-दूसरे से बातचीत कर रहे हैं… ममता ने लालू को अंगवस्त्र ओढ़ाकर उनका अभिनंदन भी किया…अब बड़ी बैठक से पहले आरजेडी प्रमुख और टीएमसी प्रमुख ममता की ये गर्मजोशी मायने रखती है…
ममता बनर्जी की बात करें तो वे इस विपक्षी एकता में एक सक्रिय भूमिका अदा कर रही हैं… उनकी तरफ से ही सबसे पहले ये प्रस्ताव दिया गया कि जहां क्षेत्रीय पार्टियां मजबूत हैं, वहां उन्हें बीजेपी से मुकाबला करने दिया जाए… उनके प्रस्ताव के मुताबिक कांग्रेस को ही दूसरे दलों के लिए और ज्यादा स्पेस छोड़नी पड़ेगी… एक प्रस्ताव में तो ममता यहां तक कह चुकी हैं कि अगर कांग्रेस बंगाल में चुनाव ना लड़े तो दिल्ली में उसे टीएमसी की तरफ से समर्थन दिया जाएगा…ममता बनर्जी उम्मीद जताई है कि विपक्ष की बैठक रचनात्मक होगी। उन्होंने कहा कि देश को ‘आपदा’ से बचाने के लिए अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराना होगा…
मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने मीडिया से बातचीत में लालू यादव का एक पुराना किस्सा भी सुनाया… इस किस्से से उन्होंने लालू परिवार के साथ अपने मधुर पारिवारिक संबंधों का जिक्र किया…उन्होंने कहा कि जब मैं संसद में पहुंची तो लालू यादव महंगाई को लेकर बोल रहे थे… वो बता रहे थे कि प्याज इतना महंगा, आलू उतना महंगा, राशन इतना महंगा.. तो मैंने पूछ लिया कि राबड़ी कितनी महंगी…. इस पर वहां मौजूद सभी लोग हंसने लगे…
बहरहाल माना जा रहा है… ये बैठक विपक्षी एकता के लिए अहम है… इस बैठक में मोदी विरोधी पार्टियों के कई कद्दावर चेहरे आए हैं…. वहां बैठक से पहले ममता ने लालू से मुलाकात की है… क्या चर्चा हुई, अभी तक साफ नहीं, लेकिन क्योंकि लालू भी राजनीति के एक पुराने खिलाड़ी हैं, ऐसे में माना जा रहा है कि बैठक को लेकर भी चर्चा हुई होगी… लेकिन सवाल ये पनपा… ममता जब 22 जून को पटना आई तो नीतीश से मुलाकात क्यों नहीं की… और नीतीश ने भी मुलाकात नहीं की… इसकी क्या वजह हो सकती है…कही ऐसा तो नहीं नीतीश की ओर ये कहने के बावजूद कि वो विपक्ष की ओर से पीएम उम्मीदवार की रेस में नहीं हैं… ममता बनर्जी इसके बावजूद भी उन्हें अपना प्रतिद्वंदी मानकर चल रही है…. या फिर कही ऐसा तो नहीं है… ममता बनर्जी लालू से ये कहने गयी… कांग्रेस को इस बात के लिए तैयार किया जाए… पश्चिम बंगाल में वो, ममता की पार्टी टीएमसी से मुकाबला ना करें… ऐसी तमाम तरह की अटकले लगाई जा रही है… असल बात क्या है… वो तो धीरे धीरे ही मालूम चलेगा…