• अखिलेश की बात पर जमाती ध्यान दें !
  • अखिलेश की अपील के मतलब अनेक !
  • एक तीर से अखिलेश ने दो को निशाने पर लिया !

कोरोना का खौफ बढ़ता जा रहा है । दुनिया में लाखों लोगों की जान लेने वाला कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है । भारत में कोरोना संक्रमण को बढ़ाने में तबलीगी जमात के लोगों की भी अहम भूमिका रही है । इन सबके बीच केंद्र और राज्यों की सरकारें जो भी मुमकिन कदम है वो उठा रही है । विपक्ष भी अपनी भूमिका में है ।

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्र की मोदी सरकार और यूपी की योगी सरकार के लिए उन सिर दर्द बन चुके उन लोगों से अपील कर रहे हैं जो कोरोना योद्धा के पराक्रम पर वार करने से हिचकते नहीं हैं । उनके साथ सरेआम अभद्रता, थूकना और जानलेवा हमले से भी परहेज नहीं करते । अखिलेश ने ट्वीट कर लिखा-

कोरोनाकाल में जिन्हें भी वायरस से पीड़ित होने के लक्षण दिखें उन्हें स्वयं जाँच के लिए आगे आना चाहिए व उन डॉक्टरों का सहयोग और सम्मान करना चाहिए जो अपना जीवन दाँव पर लगाकर आपकी जान बचा रहे हैं । सरकार को भी लोगों को डराकर नहीं बल्कि विश्वास में लेकर सभी के साथ आगे बढ़ना चाहिए ।

कही ना कही अखिलेश जमात के उन उपद्रवियों से डॉक्टर, नर्स और सफाईकर्मियों से सहयोग करने की अपील कर रहे हैं । जिनके निशाने पर अक्सर यही होते हैं । वहीं अखिलेश ने सरकार को भी नसीहत दी कि वो इनको डराकर नहीं विश्वास में लेकर आगे बढ़े ।

अब देखने वाली बात है अखिलेश की अपील और नसीहत पर अमल होता है या फिर कोरोना का प्रसार यूं होता रहेगा । अखिलेश इस पहले भी एक ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने लिखा था कि

दावा है कि जब कोरोना के केस नहीं थे तब ही विभिन्न एअरपोर्ट्स पर स्क्रीनिंग शुरू कर दी गयी थी लेकिन सवाल ये है कि वो कितनी गंभीर और सार्थक रही. अगर ये सच है तो फिर ये बताया जाए कि कोरोना हमारे देश में पहले पहल कैसे आया । जब सार्थक काम होंगे, तब ही सच में देश का भला होगा।

आपको बता दें कोरोनावायरस से देशभर में लोगों की जान जाने और संक्रमण के केस मिलने जारी हैं। इसी बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने 170 से जिले चिन्हित कर लिए हैं, जो हॉटस्पॉट या रेड जोन एरिया हैं। इनमें 123 जिलों को महामारी से गंभीर रूप से ग्रसित और 47 जिलों को क्लस्टर के रूप में घोषित किया है। वहीं, कोरोनावायरस के केस वाले 207 अन्य जिलों पर भी सरकार की निगाह है, हालांकि, इन्हें हॉटस्पॉट घोषित नहीं किया गया। यहां अफसरों को क्लस्टर कंटेनमेंट प्लान लागू करने के लिए कहा गया है, ताकि इन्हें हॉटस्पॉट बनने से रोका जा सके। वहीं यूपी में कोरोनावायरस संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 748 हो गई है । संक्रमित मरीजों में 500 से ज्यादा तबलीगी जमात या उनके संपर्क में आए हुए लोग हैं ।