यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन में उन प्रतियोगी छात्रों की अपील को गंभीरता से लिया है जो राजस्थान के कोटा में फंसे हुए हैं । योगी सरकार अब राजस्थान के कोटा में फंसे छात्रों को वापस लाने के लिए 300 बसें चलाएगी। इन छात्रों ने सीएम योगी से सोशल मीडिया पर घर लौटने की अपील की थी। इस पर ही योगी सरकार ने संज्ञान लिया है।

सरकार की इस कोशिश का सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने स्वागत किया है । लेकिन इसके साथ कुछ सवाल भी किए हैं । अखिलेश यादव ने ट्विटर पर लिखा ।

राजस्थान के कोटा में फंसे यूपी के विद्यार्थियों को वापस लाने की योजना का स्वागत है लेकिन ये सवाल भी है कि अन्य राज्यों में भुखमरी के शिकार हो रहे अति निम्न आय वर्ग के गरीबों को वापस लाने की क्या योजना है और ये भी कि प्रदेश के तथाकथित नोडल अधिकारियों के मोबाइल मूक-मौन क्यों हैं ?

विपक्ष की भूमिका में रहते हुए अखिलेश एक तरफ सरकार की ओर से लिए गए फैसले का स्वागत तो कर रहे हैं लेकिन कई सवाल भी हैं ।

वैसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के साथ बैठक में ये भी निर्देश दिए कि राज्य में चाहे किसी के पास राशन कार्ड और आधार कार्ड हो या न हो, लेकिन जरूरतमंद लोगों को अहम खाने के सामान मुहैया कराए जाने चाहिए। योगी ने कहा कि अगर कोई प्रवासी भी है, तो उसे खाना और राशन दिया जाना चाहिए।

लॉकडाउन के बावजूद गरीबों को सुविधाएं मुहैया कराने के मामले में योगी आदित्यनाथ की लगातार तारीफ हो रही है। लेकिन सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार इस मामले में सरकार से अपील करते हुए ट्विटर पर लिखा-

शासन-प्रशासन से अपील है कि वो ‘राशन वितरण’ के मामले में आ रही अनियमितताओं का तुरंत संज्ञान ले और समुचित समाधान दे। ये समय जनता की भूख और धैर्य की परीक्षा लेने का नहीं है।

बहरहाल योगी सरकार की ओर से लिए गए फैसले पर अखिलेश के स्वागत और अपील में सवाल भी है । क्योंकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस पर कुछ जवाब देंगे ।