अखिलेश यादव का रामराज्य को लेकर बड़ा ऐलान देखिए…योगी से बताया कैसे आएगा यूपी में रामराज्य
यूपी में योगी नहीं अखिलेश लाएंगे रामराज्य…यूपी बना सियासत का राज्य !
बीजेपी की ढोल पर अखिलेश ने मारे तीर…बीजेपी को संभलना टेढ़ी खीर !
जातीय जनगणना पर छिड़ गई रार…रामराज्य को लेकर अखिलेश भी बेकरार !
बीजेपी के हाथों से छिनेगा ये सिलसिला..अखिलेश यादव ने नया दांव चला !
रामराज्य की कल्पना कैसे होती है…प्रदेश में ऐसी क्या व्यवस्था रहे कि मान लिया जाए रामराज्य आ चुका है…इस सबका जवाब देने से पहले हम आपको बताएंगे कि…यूपी में इस समय इस मुद्दे पर नई सियासत क्यों छिड़ी है….यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और पूर्व सीएम अखिलेश यादव का मुकाबला राज्य राज्य पर छिड़ गया है…चुनावी दरमियान के दौरान रामराज्य की बात करने वाले सीएम योगी को अखिलेश यादव ने करारा जवाब दिया है…अखिलेश यादव ने रामराज्य को लेकर ऐसा बयान पहले कभी नहीं दिया है…जो अब दिया है…अखिलेश यादव पलटवार के बाद बीजेपी की पूरी टीम हैरत में है…निकाय चुनाव के दौरान और लोकसभा चुनाव से पहले रामराज्य की बात अब शायद ही बीजेपी के लोग करेंगे…क्योंकि अखिलेश यादव के पलटवार से लगता है कि वो पूरे फॉर्म में हैं…जैसा की सभी जानते हैं बीजेपी के नेता अक्सर चुनावों में रामराज्य की बात करते हैं…और कहते हैं कि…यही रामराज्य है…लेकिन अब शायद इसी चुनाव में रामराज्य पर संग्राम छिड़ने वाला है…यूपी की सियासत अब किसी मुद्दे पर गर्माए या न गर्माए लेकिन रामराज्य पर जरुर…क्योंकि अखिलेश यादव ने इस मुद्दे को लेकर पहली बार बड़ा पलटवार किया है…बीजेपी क्राइम को लेकर कहती है कि..अपराध कम हुआ है विकास हो रहा है यही रामराज्य है…तो अखिलेश यादव लंबे समय से जातीय जनगणना की मांग कर रहे हैं…और जातीय जनगणना को लेकर और रामराज्य से जोड़ दिया है…क्योंकि अखिलेश यादव के इस बयान के बाद से सियासत तेज हो गई है….जहां बीजेपी ढोल बजाती फिर रही है तो वहीं अखिलेश यादव पोल खोलने में पीछे नहीं हटते हैं…कुछ ऐसा ही हो रहा है इस बार यूपी की सियासत में…तो चलिए आपको बताते हैं कि..अखिलेश यादव ने किस तरह से बीजेपी को रामराज्य के नाम पर घेरा है….जो बीजेपी वालों को हजम नहीं होने वाला है…
चुनावी दौर के दौरान अखिलेश यादव लगातार कई मांगों को उठाते रहे हैं.,..अखिलेश यादव चाहते हैं कि…जातीय जनगणना होनी चाहिए,,.,क्योंकि एक बार फिर से समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक बार फिर से राज्य में जातिगत जनगणना का मुद्दा उठाया है…पिछले कई महीनों से लगातार इस मुद्दे को लेकर योगी सरकार पर हमलावर अखिलेश ने इसकी मांग की है….अखिलेश ने कहा कि….रामराज्य और समाजवाद तभी संभव है, जब जातीय जनगणना होगी….अखिलेश यादव ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा…समाजवाद तभी संभव है जब जाति जनगणना हो…. सबका साथ सबका विकास तभी होगा…. जातीय जनगणना से ही भाईचारा है, जाति जनगणना से ही भेदभाव खत्म होगा….जातीय जनगणना से ही लोकतंत्र मजबूत होगा…जाति जनगणना से ही समाजवाद आएगा, जातिगत जनगणना से ही रामराज्य आएगा…
गौरतलब है कि…कई क्षेत्रीय दल लंबे समय से जाति आधारित जनगणना का मुद्दा उठाते रहे हैं….. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने आखिरकार जाति को जनगणना का काम शुरू कर दिया है…… जातियों की गिनती का काम दो चरणों में पूरा होगा…… इस फैसले के बाद अखिलेश यादव ने अपनी मांग और भी तेज कर दी है….इस समय निकाय चुनाव का दौर है…तो सियासत हाई हो चुकी है..एक के बाद एक मुद्दे यूपी की सियासत में उठ रहे हैं…एक बार फिर से अखिलेश यादव ने जातीय जनगणना के मुद्दे को हवा दे दी है.,.क्योंकि अखिलेश का कहना है कि जब बिहार में हो सकती है तो यूपी में क्यों नहीं…अखिलेश यादव ही नहीं बल्कि पार्टी के और नेता भी जातीय जनगणना के मुद्दे पर बीजेपी को समर्थन कर रहे हैं…शायद इसिलिए बीजेपी इस रणनीति को दबाने की कोशिश में है…