Akhilesh Yadav ने Azam Khan, Ramakant, Deepak और Irfanके लिए कही ऐसे बात ! चारों नेता सुनेंगे तो आँखो से आंसू आ जाएंगें !

रामपुर के कद्दावर नेता आजम खान जेल की सजा मिली… जेल से अभी बाहर हैं… अब एक नई बात जो हुई है… खुश तो जरूर हुए होंगे !
आजमगढ़ के कद्दावर सपा नेता रामकांत यादव भी आरोपों में फंसे हुए… सरकार छोड़ने को तैया नहीं… अब उनतक एक खबर पहुंची होगी… आंखों से खुशी के आंसू छलके होंगे
सपा विधायक इरफान सोलंकी को जेल में मिली होगी एक नई उम्मीद… सोच रहे होंगे सम्मान अब बच जाएगा
दीपक यादव समेत सपा के सैकड़ों कार्यकर्ता जो जेल में बंद होंगे… सोच रहे होंगे… अब होगा कमाल…
सम्मान की लड़ाई को लिए अखिलेश ने कसी कमर… क्या बैकफुट पर आएगी बीजेपी ?

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक ऐसे मुद्दे को उठाया है… जिसे उन्होंने जेल में बंद अपने कद्दावर नेताओं के सम्मान के साथ जोड़ दिया… अखिलेश के नए तेवर को देख ऐसा लगा कि अब यूपी की सियासत के इन कद्दावर नेताओं के पक्ष हवा को मोड़ने के लिए कुछ नया करने वाले हैं… कुछ नए तरीके योगी सरकार पर दबाव बनाने वाले हैं… आजम खान, रामाकांत यादव, इरफान सोलंकी, दीपक यादव समेत सपा के सैकड़ों कार्यकर्ता जो जेल में बंद हैं… उन्हें अखिलेश ने नई उम्मीद दी है… एक सपना दिखाया है… उनके सम्मान के साथ जो अपमान हुआ है… उसपर सरकार से पूरा जवाब मांगेंगे…. उनके पक्ष में अपनी बात जनता के बीच में रखेंगे…. रामपुर विधायक रहे… सांसद रहे… आजम खान को कौन नहीं जानता…. लेकिन उनके साथ क्या हुआ विधायकी गई… जेल हुई… सियासी करियर पूरी तरह से तबाह हो गया… रामपुर लोकसभा और विधानसभा चुनाव में बीजेपी जीत गई… आंसू ने रोते लोगों से वोट मांगा था… आजम को उम्मीद थी… रामपुर के लोग उनका साथ देंगे… लेकिन दोनों ही उपचुनाव में हार हुई… बीजेपी का दावा था… जनता का साथ मिला… लेकिन तब आजम ने दावा किया था… प्रशासनिक मशीनरी ने हराया… उनके उम्मीदवारों को हराया… प्रशासन ने उन्हें कही नहीं छोड़ा…. अब आजम के पास एक बड़ी उम्मीद आयी है… अखिलेश ने उनके अपमान को सम्मान में बदलने का प्रण ले लिया है…

आजमगढ़ के कद्दावर सपा नेता रामकांत यादव भी जेल में बंद है… वो भी आज खुश होंगे… जब ये खबर पहुंची होगी… तो आंखों से खुशी के आंसू छलके तो जरूर होंगे…. अब जल्द ही उनके पास सम्मान दस्तक देने वाला है… रमाकांत यादव चार बार आजमगढ़ से सांसद और दो बार विधायक रह चुके हैं… पूर्वांचल में उनका दबदबा है… विधानसभा चुनाव 2022 में आजमगढ़ की सभी दस सीटों पर समाजवादी पार्टी की जीत हुई थी… इसमें रमाकांत यादव की भूमिका काफी अहम मानी जाती है… 1985 में पहली बार रमाकांत यादव ने आजमगढ़ के फूलपुर विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव जीता था… इसके बाद 1989 में दूसरी बार भाजपा से विधायक बने… बाद में उन्होंने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया। इसके बाद 1991 और 1993 में फिर से विधायक चुने गए…रमाकांत समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के करीबियों में शुमार रहे… 1996 में सपा ने उन्हें आजमगढ़ से लोकसभा का चुनाव लड़ाया और वो जीत भी गए। 1999 में रमाकांत फिर से लोकसभा चुनाव जीत गए… 2004 में वह सपा छोड़कर बहुजन समाज पार्टी में शामिल हो गए और फिर सांसद चुने गए… फिर बीजेपी गए… फिर सपा में आ गए… सपा का वो मोह छोड़ नहीं पाए… अखिलेश भी जानते हैं… रामकांत यादव को सम्मान मिलेगा… आजमगढ़ में सपा का वचर्स्व बढ़ेगा…. इसलिए रामाकांत यादव के लिए उन्होंने बड़ी बात कही….

अखिलेश यादव सीसामऊ से सपा के कद्दावर विधायक इरफान सोलंकी के लिए खूब बोल रहे… दिल खोलकर बोल रहे हैं… सोलंकी की हालत इस वक्त खराब है… एक बाद एक उनके खिलाफ कार्रवाई हो रही है… इतनी सख्त कार्रवाई हो रही है… कि इरफान सोलंकी की आंखों से आंसू छलक रहे हैं… लेकिन सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के इस कदम से इरफान सोलंकी की उम्मीद मजबूत तो हुई होगी… आस तो बंधी होगी… सम्मान की वापसी होगी… क्योंकि अखिलेश ने कदम आगे बढ़ा दिया है… अखिलेश ने जो कदम उठाया है… उससे ना सिर्फ इन कद्दावर नेताओं की जिंदगी में उम्मीदों ने दस्तक दी होगी… बल्कि दीपक यादव समेत सपा के तमाम नेता और कार्यकर्ताओं की आंखों में सपने जगमगा रहे होंगे… अब वो दिन दूर नहीं जब उनके पास सम्मान स्वाभिमान के साथ दस्तक देगा… चलिए अखिलेश ने क्या कहा वो बताते हैं… अखिलेश ने कहा..

राहुल से पहले समाजवादी पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेता मोहम्मद
आज़म खान साहब की सदस्यता छीनी गई, उनके बेटे की सदस्यता
छीनी गई और सपा के विधायक हैं रमाकांत यादव उनकी सदस्यता
कैसे छीन लें। सपा के दीपक यादव को झूठा फंसा दिया।

जीहां सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ये बात राहुल गांधी को सजा और संसद सदस्यता रद्द होने के बाद कही… अखिलेश अब हर जगह इस बात को उठा रहे हैं… सिर्फ राहुल के साथ अन्याय नहीं हुआ… राहुल से पहले उनके कई नेताओं के सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ… उनके सम्मान को खंड-खंड कर दिया गया… उन्हें कही का नहीं छोड़ा गया है… उनके लोगों की भी विधायक गई… जेल में सारे बंद हैं… उनके लोगों का पॉलिटिकल करियर सरकार ने खत्म करने का प्रयास किया… कुल मिलाकर अखिलेश ने तय कर लिया है… अपने नेताओं को सम्मान दिलाकर रहेंगे… इसलिए ने अपनी सियासत की रणनीति को तेज कर दी… ऐसे में सवाल है क्या बैकफुट पर आएगी बीजेपी ?