मोहन यादव के जरिए अखिलेश यादव को यूपी में बीजेपी घेरने का प्लान बना रही है… लेकिन मोहन यादव का एक ऐसा वीडियो हुआ वायरल
वायरल वीडियो को देखेंगे तो यही कहेंगे… एमपी के मुख्यमंत्री मोहन यादव यूपी की मुख्य विपक्षी पार्टी सपा के सर्वेसर्वा अखिलेश यादव से नहीं लेना चाहते पंगा
आजमगढ़ से बीजेपी सांसद दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ को जरूर टूटा होगा मोहन यादव से विश्वास… निरहुआ को तो मालूम चल गया मोहन पर हावी है अखिलेश की राजनीति
यूपी में मोहन यादव की राजनीति को देख बीजेपी में कईयों का सपना जरूर टूटा होगा… बीजेपी के रणनीतिकारों ने यूपी में मोहन यादव को प्रोजेक्ट कर एक तरह से यादव समाज के बीच पैठ बनाने का प्रयास किया… एक तरह मोहन यादव को आगे कर यूपी में यादवों को ये बताने की कोशिश… बीजेपी में भी यादवों का बोलबाला है… बीजेपी में भी यादवों को बड़े से बड़े पद पर बैठाया जाता है… लेकिन इसी दौरान आजमगढ़ में यूपी बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को एमपी के सीएम मोहन यादव कुछ ऐसा कहते नजर आए… जिसे सुनेंगे तो यहीं कहेंगे… मोहन यादव, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को चुनौती देने के मूड में नहीं है… खुद उनका दिलो दिमाग यादवों के खिलाफ जाने को नहीं दे रहा है… मोहन यादव नहीं चाहते यूपी में वो अखिलेश की राजनीति को बैकफुट पर लाए… लेकिन जिस वजह से बीजेपी ने उन्हें एमपी का सीएम बनाया… मोहन यादव अब उसी कीमत को अदा कर रहे हैं…. लेकिन मोहन यादव का दिल है कि अखिलेश के खिलाफ जाने से रोक रहा है… मोहन यादव ने जिस तरह का अंदाज आजमगढ़ में यूपी बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को दिखाया उससे तो यही लगता है… जिस काम के लिए बीजेपी ने मोहन यादव को सीएम पद से नवाजा… उसी काम पर लगा दिये गये… लेकिन अफ़सोस उनका दिल अखिलेश के खिलाफ जाने से रोक रहा है… यकीन नहीं होता तो देखिए मोहन यादव का ये वायरल वीडियो
वीडियो में मध्यप्रदेश के सीएम मोहन यादव यूपी बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी से पूछ रहे हैं… क्या बोलना है… वो भी मीडिया के सामने ही पूछने लगे… इससे ऐसा लगा कि मोहन यादव एक तरह अखिलेश के पास संदेश भेज रहे हो… कि वो उनके खिलाफ नहीं है… लेकिन मजबूरी है… इसलिए ऐसा करना पड़ रहा है… अब आजमगढ़ से बीजेपी के मौजूदा सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ ने जब मोहन यादव के इस अंदाज को देखा होगा… तो दिमाग में यही बात आई होगी… कि ये तो अपना रिश्ता अखिलेश यादव से खराब नहीं करना चाहते हैं…
आपको बता दें कि आजमगढ़ समाजवादी पार्टी का मजबूत गढ़ माना जाता है… मजबूत किला को भेदने के लिए बीजेपी ने अब ‘यादव’ फैक्टर का सहारा लिया… आजमगढ़ में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव को उतारा गया…2019 के लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव आजमगढ़ से सांसद चुने गए… बीजेपी की प्रचंड लहर में भी आजमगढ़ से सपा ने झंडा बुलंद किया…. 2022 के विधानसभा चुनाव में सभी 10 सीटों पर सपा प्रत्याशियों को जीत मिली… विधानसभा चुनाव के बाद अखिलेश यादव ने लोकसभा से इस्तीफा दे दिया…. उपचुनाव में बीजेपी ने यादव फैक्टर का सहारा लिया… भोजपुरी कलाकार दिनेश लाल निरहुआ पर बीजेपी ने दांव लगाया… बीजेपी को यादव फैक्टर का फायदा मिला…
दिनेश लाल निरहुआ ने सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव को आजमगढ़ लोकसभा सीट पर पटखनी दी… सपा की मजबूत सीट बीजेपी के खाते में चली गई… आजमगढ़ की लोकसभा सीट जीतने के बाद बीजेपी काफी उत्साहित दिखी… लेकिन एक बार अखिलेश-शिवापल ने अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराकर यादवों के बीच अपनी पैठ बना ली… अब बीजेपी अखिलेश-शिवपाल के प्रभाव को कम करने के लिए यादव वोटरों को पाले में करने के लिए मजबूत रणनीति बना रही है…. इसी रणनीति के तहत आजमगढ़ में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव का आगमन हुआ… उन्होंने कार्यकर्ताओं को लोकसभा चुनाव जीतने का मंत्र दिया… लेकिन ये मंत्र अधमने मन से दिया… इसका सबूत ये वीडियो है…जिसमें मोहन यादव कह रहे हैं… क्या कहना है…
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले आजमगढ़, लालगंज, घोसी, बलिया और सलेमपुर में कार्यकर्ताओं की बैठक कर बीजेपी मोहन यादव के जरिए यादव वोटरों को पाले में करना चाहती है… लेकिन मोहन यादव को भी मालूम में यूपी में यादवों के दिलो दिमाग से अखिलेश यादव को हटाना आसान नहीं है… और ऐसा लग रहा है… वो भी नहीं चाहते यूपी में अखिलेश यादव की राजनीति का दबदबा कम हो…