अखिलेश-शिवपाल की सियासत के दबाव, बीजेपी के ‘चाणक्य’ यूपी में आने के लिए हुए मजबूर अमित शाह के प्रहार पर अखिलेश ने योगी पर क्यों किया वार ?

अखिलेश-शिवपाल की सियासत इस कदर फॉर्म आयी कि बीजेपी के चाणक्य यूपी के लिए मजबूर हो गए
यूपी आए… अखिलेश-मायावती को निशाने पर लिया… मायावती खामोश रही… लेकिन अखिलेश हो गए फायर
अमित शाह ने अखिलेश पर निशाना साधा… तो अखिलेश ने सीएम योगी कर दिया वार

अब ये बात सिद्ध हो गई… पूरा प्रमाण मिल गया… अखिलेश और शिवपाल की सियासत से बीजेपी दबाव में आ गई… भले ही बीजेपी ऊपर से ये कहे… सपा की राजनीति 2024 में नहीं चलने वाली है… सपा की ओर से दिए जा रहे कांशीराम के सम्मान को दलित समाज इग्नोर कर रहा है… लेकिन ऐसा लगा तो नहीं… जिसतरह बीजेपी के चाणक्य अमित शाह की सियासत ने यूपी में एंट्री मारी… और उसके बाद दलित-मुस्लिम बहुल इलाके में शाह गरजे… अखिलेश को निशाने पर लिया… उससे तो यही लग रहा है… मोदी, अमित शाह, योगी और उनकी बीजेपी पर अखिलेश-शिवपाल की सियासत ने दबाव बनाने में कामयाबी हासिल की…
यूपी में आते ही अमित शाह मोदी और योगी सरकार की उपलब्धियां गिनाने लगे… खासकर सीएम का कार्यों का जिस तरह से अमित शाह ने गुनगाण किया… गुनगाण के चक्कर अखिलेश को आईना दिखाने का प्रयास किया… वो शायद अखिलेश को अच्छा नहीं लगा… वो फायर हो गए… अपना अंदाज अमित शाह को दिखाने से ज्यादा सीएम योगी को दिखा गए…दरअसल अमीत शाह आजमगढ़ हरिहरपुर गांव में संगीत महाविद्यालय का शिलान्यास करने पहुंचे थे… उस दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने अखिलेश यादव पर पर निशाना साधते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में पहले कोई रात ऐसी नहीं थी जब बिजली मिलती थी… केवल रमजान के मौके पर यहां बिजली मिलती थी…

अजमगढ़ से अमित शाह को शायद लग रहा होगा… उन्होंने अखिलेश यादव की सियासत की दुखती रग को छेड़ी… लेकिन उनका अखिलेश के लिए यही रवैया अखिलेश को योगी पर फायर होने का मौका दे दिया… अखिलेश यादव अमित शाह के बोल को बरदास्त नहीं कर पाए… अखिलेश यादव ने तुरंत ही गृहमंत्री पर पलटवार करेत हुए एक ट्वीट कर लिखा कि

जिस भाजपा सरकार ने उप्र में एक भी पॉवर प्लांट नहीं लगाया और जिनके मुख्यमंत्री एक भी बार थ्री इनटू 660 मेगावाट सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट बोल तक नहीं पाये वो यूपी में बिजली की बात कर रहे हैं… प्रदेश के वर्तमान और भविष्य को अंधेरे में धकेलनेवालों के मुँह से प्रकाश की बातें अच्छी नहीं लगतीं।

अखिलेश यादव के इस ट्वीट से एक बात तो साफ हो गई वो सत्ताधारी पार्टी को तनिक भी बख्सने के मूंड में नहीं हैं… लोकसभा चुनाव में बीजेपी को सत्ता से बेदखल करने के लिए वो अपनी पूरी ताकत झोकने को तैयार हैं… अब ये देखना होगा कि सत्ता पक्ष-विपक्ष के बीच चल रही ये तूतू मैंमै कहां तक जाती है…अमित शाह के वार पर अखिलेश के पलटवार पर सीएम योगी और केशव प्रसाद मौर्य की ओर से क्या जवाब आएगा…