Asad Ahmed की मौत पर सबसे बड़ा खुलासा… माफिया Atique Ahmed सुनेगा, भाई ने धोखा दे दिया !

प्रयागराज में चर्चाओं का शोर… असद होता जिंदा… अगर चाचा अशरफ नहीं करता वादाखिलाफी !
असरफ वादा करके भूल गया… वादे से तोड़ा नाता… तो भतीजे की थम गई सांस !
क्या असद अहमद की मौत उसके चाचा अशरफ की वजह से हुई?… प्रयागराज में क्यों हो रही चर्चा ?

कहते हैं… इस दुनिया में जो आता है… अकेले ही चला जाता है… यहां कोई अपना नहीं होता है… अब देखिए अगर अतीक अहमद चाहता तो उसका बेटा उमेशपाल की हत्या में शामिल नहीं होता… लेकिन अतीक ने अपनी जिद के लिए… अपने साम्राज्य को बचाने के लिए… अपने सबसे छोटे बेटे को क्राइम की दुनिया में एंट्री करवाई… अंजाम क्या हुआ उसका बेटा उसके जिंदा रहे ही ढेर हो गया… बेटे के जनाजे को कंधा नहीं दे पाया… उसे देख नहीं पाया… इस दुनिया हर किसी हस्ती सिर्फ और सिर्फ अपनी ही होती… अब देखिए जिस मां ने जन्म दिया… वही मां शाइस्ता परवीन अपनी गिरफ्तारी के डर से वहां नहीं आयी… जीभरकर बेटे के गले लगकर रो नहीं पायी… क्योंकि अगर ऐसा करती तो गिरफ्तारी हो ही जाती है… एक और बात पर चर्चा प्रयागराज में खूब हो रही है… माफिया अतीक अहमद का बेटा असद अहमद जिंदा होता… अगर उसके चाचा अशरफ ने पलटी नहीं मारी होती… अपने किए वादे से नहीं मुकरता है… प्रयागराज पुलिस जो कह रही थी… वो अगर अशरफ कर देता… तो आज अतीक अहमद का बेटा मिट्टी में नहीं मिलता… यूपी पुलिस और अशरफ के एक डील की चर्चा इस समय प्रयागराज में खूब गरमाई हुई है… अशरफ और यूपी पुलिस के बीच हुई डील में माफिया डॉन अतीक अहमद के भाई ने एनकाउंटर न किए जाने की डील की थी… असद अहमद की एनकाउंटर में मौत के बाद एक बड़ा खुलासा सामने आया है… इसमें कहा जा रहा है कि अशरफ की वजह से असद अहमद की जान गई…अशरफ के उमेश पाल एनकाउंटर के बाद पुलिस से एक डील की बात सामने आई है… इसमें तीन शूटरों को पुलिस के हवाले करने का वादा किया गया था…

दावा किया जा रहा है कि अशरफ अपने वादे से मुकर गया… इसके बाद पुलिस और एसटीएफ की टीम ने छानबीन का दायरा बढ़ाया… अशरफ के वादे से मुकरने के बाद से पुलिस की टीम लगातार असद और अन्य शूटरों तक पहुंचने की कोशिश कर रही थी… आखिरकार झांसी में 14 अप्रैल को बड़ा एनकाउंटर हुआ… इसमें अतीक अहमद का तीसरा बेटा असद अहमद और शूटर मोहम्मद गुलाम मार गिराया गया…कहा जा रहा है… बरेली जेल में बंद अशरफ पर पुलिस का दबाव बढ़ गया था… उमेश पाल हत्याकांड के बाद पुलिस टीम को तत्काल रिजल्ट देने का दबाव था…दावा है कि अशरफ ने पुलिस के दबाव के आगे शूटरों की जानकारी साझा करने की बात मान ली थी… अशरफ ने तीन शूटरों की जानकारी साझा करने की बात कही… इसी बीच, साल 2006 के उमेश पाल अपहरण कांड में अशरफ को बरी किए जाने का कोर्ट का फैसला आया… कोर्ट का फैसला आते ही अशरफ अपने किए वादे से मुकर गया… प्रयागराज से बरेली ले जाए जाने के दौरान अशरफ ने पुलिस को कोई भी जानकारी देने से मना कर दिया… इसके बाद पुलिस ने इस पूरे मामले में कार्रवाई को तेज कर दी….

अशरफ के इस प्रकार से पलटी मारने की चर्चा प्रयागराज में खूब हो रही है। कहा जा रहा है कि क्या अशरफ की वजह से ही असद की जान गई? पिछले दिनों अतीक और अशरफ को हथियारों की बरामदगी के लिए पुलिस की टीम कई स्थानों पर लेकर गई, इस दौरान मीडिया ने अशरफ से सवाल किया… एनकाउंटर पर किए गए सवाल का जवाब देते हुए अशरफ ने कहा के असद अल्लाह का बंदा था, अल्लाह ने उसे वापस बुला लिया…अब अशरफ को लेकर हुए इस नए खुलासे से कई चीजों के बाहर आने की उम्मीद है। हालांकि, पुलिस ने अभी तक इस मामले में किसी डील की पुष्टि नहीं की है… लेकिन प्रयागराज में इसकी चर्चा खूब हो रही है…और ये साबित भी हो गया कि इस दुनिया में अपना कोई नहीं होता… जो आया है… वो अकेले ही जाएगा….