Asad Ahmed के Encounter को Akhilesh Yadav-Mayawati क्यों बताया ‘फर्जी’… उमेश पाल की मां कहने लगी योगी जी अभी और न्याय चाहिए !
अतीक अहमद के बेटे असद के एनकाउंटर पर चर्चा… अखिलेश और मायावती ने संभाला मोर्चा
अखिलेश यादव के लिए एनकाउंटर फर्जी… मायावती ने दी जांच के लिए अर्जी
उमेश पाल की मां ने कहा शुक्रिया… अभी और चाहिए न्याय
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने माफिया अतीक अहमद के बेटे असद अहमद के एनकाउंटर पर अपनी राय रखी… तो अब सियासत में बवाल हो गया… बीएसपी प्रमुख मायावती ने भी असद अहमद के एनकाउंटर पर वही राय रखी… जो अखिलेश ने रखी… दोनों की राय एक दूसरे की राय से मैच हो गया… तो कहने वाले कह रहे हैं… ये क्या बात हो गई… दोनों एक ही राय रख रहे हैं… अब दोनों को लग रहा… ये एनकाउंटर असली तो है ही नहीं… दोनों को लग रहा… ये एनकाउंटर तो झूठा है… अखिलेश की बातों से ऐसा लग रहा है… वो कह रहे हो… न्याय भी एक चीज है… कौन दोषी है… कौन निर्दोष है… ये तो कोर्ट तय करेगा… आप कौन होते हैं… तय करने वाले… कौन होते हैं… किसी को सजा देने वाले… कौन होते हैं… किसी को मिट्टी में मिलाने वाले… आपको काम है… अव्यवस्था को सलाखों के पीछे भेजना… सबूत पेश करना… और सख्त से सख्त सजा दिलाने का रास्ता अख्तियार करना… सत्ता को कब से सजा देने का अधिकार मिल गया… अखिलेश ने जो कहा उनकी बातों से यही लगता है… बीएसपी प्रमुख मायावती ने जो कहा उससे ऐसा लग रहा है… वो सीएम योगी से कह रही है… बाबा आपने तो विकास दुबे वाला तौर तरीका असद अहमद के साथ अपना लिया है…
दरअसल उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी अतीक अहमद के फरार बेटे असद अहमद को यूपी एसटीएफ ने झांसी में एनकाउंटर में ढेर कर दिया… वहीं असद के साथ शूटर गुलाम मोहम्मद को भी एसटीएफ ने मार गिराया है… इस एनकाउंटर पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पहली प्रतिक्रिया आई है… अखिलेश यादव ने इसे झूठा एनकाउंटर बताया है… अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा…
झूठे एनकाउंटर करके भाजपा सरकार सच्चे मुद्दों से ध्यान भटकाना चाह रही है.
भाजपाई न्यायालय में विश्वास ही नहीं करते हैं… आज के और हालिया
एनकाउंटरों की भी गहन जांच-पड़ताल हो और दोषियों को छोड़ा न जाए…
सही-गलत के फ़ैसलों का अधिकार सत्ता का नहीं होता है…
भाजपा भाईचारे के ख़िलाफ़ है…
वही बीएसपी प्रमुख मायावती ने भी अखिलेश से मिलता जुलता अपना विचार इस एनकाउंटर को लेकर दिया है… उन्होंने ट्वीट कर लिखा है…
प्रयागराज के अतीक अहमद के बेटे और एक अन्य की पुलिस मुठभेड़ में
हुई हत्या पर अनेकों प्रकार की चर्चायें गर्म हैं.. लोगों को लगता है कि विकास
दुबे काण्ड के दोहराए जाने की उनकी आशंका सच साबित हुई है…इसलिए
घटना के पूरे तथ्य और सच्चाई जनता के सामने आ सके इसके लिए
उच्च-स्तरीय जाँच जरूरी है
ये इन दोनों की राय है… दोनों ने अपने विचार रख दिए… लेकिन जिनपर गुजरी है… जिन्होंने अपनों को खोया है… उस उमेश पाल की मां की आंखों में खुशी हैं… सीएम योगी से उनकी उम्मीदें और भी है…
मैं न्याय देने के लिए योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद देती हूं
उनसे अपील है कि हमे आगे भी न्याय दें मुख्यमंत्री में हमारा
पूरा विश्वास है ये मेरे बेटे को श्रद्धांजलि है
विपक्ष की ओर से अपना बयान है… लेकिन यूपी एसटीएफ की ओर से किए गए इस एनकाउंटर पर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने साफ कह दिया…ऐसे माफियाओं और दुर्दांत अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत अभियान छेड़ रखा है… जिसके सार्थक परिणाम आए हैं…. 24 फरवरी को एक बड़ी घटना प्रयागराज के घूमनगंज थाना क्षेत्र में घटित हुई… जिसमें एक प्रमुख गवाह उमेश पाल की हत्या की गई, जिसमें हमारे दो बहादुर साथी जो उस गवाह की सुरक्षा के लिए लगाए गए थे, शहीद हुए थे… सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस एनकाउंटर के बाद कानून-व्यवस्था को लेकर बैठक की… सीएम योगी ने यूपी STF के साथ ही DGP, स्पेशल DG लॉ एंड ऑर्डर और पूरी टीम की तारीफ की…
तो साफ है… राजनीतिज्ञों को सीएम योगी के इस एक्शन में राजनीति दिखती है… इसलिए अखिलेश और मायावती हमलावर हैं… योगी सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं… जवाब मांग रहे हैं… जांच की मांग कर रहे हैं…लेकिन राजनीति इतर समाज के स्तर पर जो अतीक अहमद के कुख्यात अंदाज का शिकार बने हैं… उनके लिए एनकाउंटर सच्चा है… ऐसे एनकाउंटर की और मांग कर रहे हैं…आपको क्या लगता है वाकई में एनकांउटर हुआ है… या फिर ये एनकाउंटर फर्जी हैं…