Site icon UP News | Uttar Pradesh Latest News । उत्तर प्रदेश समाचार

Atique Ahmed-Asraf Ahmed के तीन ‘काल’ वही गुजारेंगे अपनी जिंदगी

Atique Ahmed-Asraf Ahmed के तीन ‘काल’ वही गुजारेंगे अपनी जिंदगी… जहां राजा भैया ने गुजारी थी ‘तन्हाई’ के पल !

Atique Ahmed-Asraf Ahmed के तीन 'काल' वही गुजारेंगे अपनी जिंदगी | The Rajneeti

अतीक-अशरफ के तीन ‘काल’ की जिंदगी अब वही कैद रहेगी… जब राजा भैया ने अपनी जिंदगी का हिस्सा गुजारा था ?
राजा भैया ने तब जैसी जिंदगी गुजारी थी… उसी जिंदगी में अतीक-अशरफ के शूटर्स ने मारी एंट्री !
कभी राजा भैया के साथ बसपा सरकार में वैसी ही कार्रवाई हुई थी… जैसी अब तीन शूटर्स के साथ कार्रवाई हुई !

माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की जिंदगी को खल्लास करने वाले तीन शूटर्स को कुंडा राजा भैया की जिंदगी के उस कड़वे पल के उस एहसास से कनेक्शन किया है… जिसे उन्होंने जिया है… जीभर के जीया है… उन तीन शूटर्स को उसी जिंदगी में एंट्री करवाई गई है… जो राजा भैया ने कभी नहीं चाहा था… लेकिन उनको जीना पड़ा था….माफिया अतीक और अशरफ के हत्यारोपी अरुण, लवलेश और सनी को अब उसी दौर से गुजरना पड़ रहा है… एक ऐसी बात सामने आयी है… जो राजा भैया के साथ तब हुआ था… जब मायावती की सरकार थी… तब तत्कालीन मायावती सरकार ने राजा भैया के खिलाफ एक्शन लिया था… उसकी वजह से उन्हें जेल जाना पड़ा था… कई महीनों तक जेल में रहना पड़ा था… यहां तक कि जब उनके बच्चे का जन्म हुआ था तब भी वो जेल में ही थे… लेकिन वो जेल वो था… जहां राजा भैया कई महीनों तक रहे थे… अब उसी जेल में अतीक-अशरफ के शूटर्स रहेंगे…

जीहां बसपा सरकार में कार्रवाई के दौरान प्रयागराज जिला कारागार के दौरान राजा भैया को रखा गया था… जिस बैरक में कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया को रखा गया था, उसी 121-1 बैरक में माफिया अतीक ब्रदर्स के तीनों आरोपियों को रखा गया है…माफिया अतीक और अशरफ के हत्यारोपी अरुण, लवलेश और सनी को जिला कारागार में पुलिस रिमांड के बाद कड़ी सुरक्षा में लाया गया… खबर है कि कार्रवाई के दौरान जेल में निरुद्ध राजा भैया को पुरानी अस्पताल के 121-1 बैरक में रखा गया था… इस बैरक को सुरक्षित मानते हुए जेल प्रशासन ने तीनों को यहीं रखा है, दूसरे बंदी इससे काफी दूर रहते हैं… सुरक्षा के लिहाज से जेल परिसर के मुख्य गेट के अलावा अन्य रास्तों पर बैरियर लगाकर 24 घंटे नजर रखी जा रही है… इसके लिए एक दरोगा संग दस पुलिसकर्मी अतिरिक्त लगाए गए हैं। सरकारी वाहनों की छानबीन के बाद ही जेल के भीतर प्रवेश दिया जाएगा…दूसरे वाहनों को तिराहे से भी दूर रखा जाएगा…
खबर है कि जेल के भीतर तीनों हत्यारोपियों को तनहाई बैरक में रखा गया है… उनके ऊपर 24 घंटे नजर रखने के लिए पांच सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं… उनकी बैरकों की ओर दूसरे बंदियों के आने जाने पर पाबंदी लगाई गई है…सुरक्षा के लिए अलग से बंदी रक्षक लगाए गए हैं… जिस जेल में अतीक की जान लेने वाले ये तीनों आरोपी है…. उस जेल में बंद अब बंदियों को सप्ताह में दो दिन ही परिजनों से मुलाकात करने का मौका मिलेगा… आपात व्यवस्था में बंदियों को उनके घर के मोबाइल नंबर से जेल प्रशासन बात कराएगा… जेल में माफिया अतीक-अशरफ हत्याकांड के शूटरों की एंट्री से अन्य बंदियों को परेशानी होगी… मुलाकात करने वाले लोगों के सामान को अब दूसरे व तीसरे गेट पर टटोला जाएगा। किसी प्रकार से बाहरी खाद्य वस्तुओं को जेल के भीतर नहीं भेजा जाएगा…यही नहीं माफिया अतीक और अशरफ के हत्यारोपियों पर नजर रखने के लिए लगाए गए सीसीटीवी को लखनऊ स्थित कंट्रोल रूम से जोड़ा गया है… ताकि 24 घंटे शूटर उनकी निगरानी में रहें… जेल के अधिकारी भी लगातार उन पर नजर रखेंगे…

इससे पहले कड़ी सुरक्षा के बीच जब तीनों आरोपियों को लेकर जा रही प्रिजन वैन प्रयागराज में जेल रोड क्रासिंग पर पहुंची… उनके पहुंचने से पहले ही क्रासिंग बंद हो चुकी थी…हालांकि दस मिनट में ही क्रासिंग खुल गई… जिसके बाद तीनों आरोपियों को जेल के भीतर ले जाया गया…आपको बता दें कि माफिया अतीक-अशरफ हत्याकांड के शूटर लवलेश तिवारी, अरुण मौर्या और सनी सिंह को प्रयागराज की कमिश्नरेट पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच 23 अप्रैल को दोपहर जिला कारागार में दाखिल किया… 11 वाहनों से पुलिसकर्मी तीनों आरोपियों को दो प्रिजन वैन से लेकर आए… जेल के पहले से लेकर तीसरे गेट तक पीएसी के साथ ही कुल 100 पुलिसकर्मी, दरोगा और स्वाट टीम के सिपाहियों की तैनाती थी…

माफिया अतीक-अशरफ हत्याकांड के शूटरों को लेकर प्रयागराज पुलिस रामवनगमन मार्ग से प्रतापगढ़ कारागार पहुंची थी…इस दौरान जेल की ओर जाने वाले रूट पर मौजूद कुछ दुकानों पर मौजूद भीड़ को हटा दिया गया… दुकानों को बंद भी कराया गया। इस बीच जेल रोड क्रॉसिंग बंद होने की सूचना पर सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी हलाकान हुए… लेकिन क्रासिंग वाहनों के पहुंचने पर खुल चुकी थी.. प्रिजन वैन में पर्दे लगे थे ताकि शूटरों को कोई देख न सके… जेल के भीतर तीनों के दाखिल होने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली…फिलहाल अब तीनों आरोपी उसी तन्हाई बैरक में रहेंगे… जिसमें कभी कुंडा के राजा राजा भैया रहे थे….

Exit mobile version