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Bihar Politics: बिहार में बदलेगी सियासी तस्वीर… 2024 के लिए बन गई ‘रणनीति’

बिहार में इन दिनों इफ्तार पार्टियों का दौर रहता है और ये इफ्तार पार्टियां दो तरह की होती हैं एक पूरी तरह से धार्मिक और दूसरी सियासी इफ्तार पार्टियां…ये सियासी इफ्तार पार्टियां कभी कभी बिहार की राजनीति को पूरी तरह से बदल देती हैं

Bihar Politics: बिहार में बदलेगी सियासी तस्वीर... 2024 के लिए बन गई रण'नीति'! | The Rajneeri Bihar

क्या बिहार में फिर से बदलने वाली है राजनीति
राबड़ी देवी के घर हुई इफ्तार पार्टी से उभर रही है नई तस्वीर
चिराग पासवान नीतीश कुमार के पैर छूकर क्यों लिया आशीर्वाद ?
इफ्तार पार्टी में चिराग और तेजस्वी यादव की नजदीकियों की तस्वीरें हुई वायरल
क्या नीतीश,तेजस्वी और चिराग पासवान में पक रही है सियासी खिचड़ी?

बिहार में इन दिनों इफ्तार पार्टियों का दौर रहता है और ये इफ्तार पार्टियां दो तरह की होती हैं एक पूरी तरह से धार्मिक और दूसरी सियासी इफ्तार पार्टियां…ये सियासी इफ्तार पार्टियां कभी कभी बिहार की राजनीति को पूरी तरह से बदल देती हैं…इसका जीता जागता उदाहरण हम पिछली साल राबड़ी देवी की इफ्तार पार्टी में देख चुके हैं जहां अचानक से बीजेपी के साथ सरकार चला रहे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहुंचते हैं और उसके बाद बिहार में राजनीति पूरी तरह से बदल जाती है जो विपक्ष में था वो सरकार में आ जाता है और जो सत्ता में था उसे ना चाहते हुए भी विपक्ष में बैठना पड़ता है…अब ऐसा ही कुछ इस साल की इफ्तार पार्टी में देखने को मिल रहा है और संयोग से पिछले साल की तरह ये इफ्तार पार्टी भी राबड़ी देवी के आवास पर हुई थी…और इस इफ्तार पार्टी में साल 2024 में होने वाले चुनावों को लेकर एक दिलचस्प तस्वीर उभरती हुई दिखी…जिसे देखकर हर कोई हैरान है…खासकर बीजेपी…तो चलिए आपको बताते हैं कि राबड़ी देवी के आवास पर हुई इफ्तार पार्टी में ऐसा क्या हुआ कि 24 के चुनाव में होने वाले गठबंधन आसार नजर आने लगे…सब बताएंगे आपको बस आप हमारे इस वीडियो को आखिर तक देखते रहें
दरअसल हुआ ये कि राबड़ी देवी के आवास पर हर साल की तरह एक ग्रैंड इफ्तार पार्टी चल रही थी…जिसमें पक्ष-विपक्ष सभी नेताओं को न्याोता दिया गया था…इनमें कई नेताओं ने इफ्तार पार्टी से किनारा कर लिया लेकिन चिराग पासवान तेजस्वी के बुलाने पर इफ्तार पार्टी में पहुंच गए और ना केवल पहुंचे….बल्कि चिराग ने तेजस्वी समेत महागठबंधन के दूसरे नेताओं के साथ अच्छा खासा वक्त बिताया….हालांकि सबसे ज्यादा समय वे तेजस्वी यादव के साथ ही रहे और तब से ही सियासी हलकों में चर्चा शुरू हो गई है कि क्या 2024 के लिए नई रणनीति बन रही है…जिसका मकसद बीजेपी को रोकना है…चलिए इस रणनीति और इसकी उभरती तस्वीर को विस्तार से समझते हैं

नीतीश के पैर छुए फिर चलाए तीर

इस इफ्तार पार्टी में सबसे दिलचस्प लम्हा तब आया जब चिराग पासवान और नीतीश कुमार का आमना-सामना हुआ…सबकी नजर इन दोनों की तरफ ही घूम गई और तभी वो हुआ जो किसी ने सोचा नहीं था….चिराग पासवान ने फौरन सीएम नीतीश कुमार के पैर छू लिए…जिसपर नीतीश कुमार ने भी चिराग को आशीर्वाद दिया…हालांकि कुछ ही समय के बाद चिराग ने ये भी कह दिया कि मुख्यमंत्री से अब बिहार में कुछ नहीं हो सकता…लेकिन फिर भी चिराग पासवान को जेडीयू की तरफ से महागठबंधन में शामिल होने का न्योता मिल गया

चिराग पासवान का स्वागत है

चिराग को महागठबंधन में आने का ये न्योता जदयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी की तरफ से मिला है जिसमें केसी त्यागी ने कहा कि

इफ्तार पार्टी में चिराग पासवान आए यह बहुत सुखद पल था। अगर संभावना
बनती है तो चिराग पासवान का महागठबंधन में स्वागत है। लालू यादव,
रामविलास पासवान, शरद यादव, हम सब लोग एक ही परिवार के सदस्य रहे हैं।
मुझे बहुत प्रसन्नता होगी यदि नीतीश कुमार के नेतृत्व में चल रहे महागठबंधन में
चिराग पासवान शामिल होते हैं।

हालांकि चिराग पासवान को लेकर जदयू में अभी एक राय नहीं है क्योंकि केसी त्यागी के बयान के बाद जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता का भी बयान आया जिसमें उन्होंने साफ कहा कि

त्यागी पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, लेकिन उनका बयान पार्टी के
लिए अधिकृत बयान नहीं हो सकता। उनकी यह व्यक्तिगत
इच्छा हो सकती है। चिराग पासवान जैसे नीतीश कुमार के पैर
छूकर आशीर्वाद लिए हैं वैसे ही राजनीतिक आशीर्वाद लेने के
लिए भी उन्हे मुख्यमंत्री के पास आना होगा।

बहरहाल, महागठबंधन में आनी राहें फिलहाल चिराग के लिए आसान नहीं हैं क्योंकि महागठबंधन को लीड इस समय नीतीश कुमार ही कर रहे हैं…और नीतीश से उनके रिश्ते बहुत अच्छे नहीं हैं…शायद यही वजह है कि चिराग तेजस्वी के सहारे महागठबंधन में एंट्री करना चाहते हैं और बिहार की राजनीति को गहराई से जानने वाले लोगों का भी यही कहना है कि चिराग पासवान ने एक रणनीति के तहत राबड़ी देवी के आवास पर जाने का फैसला किया है और उस रणनीति के मुताबिक चिराग बीजेपी और राजद दोनों के लिए रास्ते खुले रखना चाहते हैं…और अगर ऐसा होता है तो 2024 में बिहार की लड़ाई काफी दिलचस्प होने वाली है….आपको हमारी ये खबर कैसी लगी हमें कमेंट कर जरूर बताएं साथ ही राजनीति की हर खबर के लिए हमारा चैनल सब्सक्राइब कर लें…शुक्रिया

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