बीजेपी बिहार में निकाल रही CM Nitish Kumar के ‘लव-कुश’ समीकरण का ‘तेल’, तीन तीर से तीन शिकार का खेल समझिए…

बिहार में बीजेपी कर रही है सबसे बड़ा खेला
बीजेपी के निशाने पर है नीतीश कुमार का “लव-कुश” समीकरण
नीतीश के “लव-कुश” समीकरण की हवा निकाल रही है बीजेपी
बीजेपी “लव-कुश” समीकरण को खत्म करने के लिए चलाए तीन तीर
बीजेपी ने तीन तीरों से नीतीश कुमार को कर दिया कमजोर

बिहार में बीजेपी को सबसे बड़ा खतरा महागठबंधन से ही नजर आ रहा था….और उसके बाद जो सबसे बड़ा खतरा था मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लव-कुश समीकरण से…और अब बीजेपी नीतीश कुमार के इसी लवकुश समीकरण का बाजा बजाने में पूरे दमखम से जुटी है….और बीजेपी ने नीतीश कुमार के एक पुराने साथी आरसीपी सिंह को अपने पाले में करके इस मिशन की शुरूआत भी कर दी है क्योंकि आरसीपी सिंह का वोट बैंक वही वोटबैक है जो कभी नीतीश कुमार का हुआ करता था…तो चलिए आज बात करते हैं बीजेपी के इसी मिशन की जिसके जरिए बीजेपी नीतीश कुमार को ज्यादा से ज्यादा राजनीतिक नुकसान पहुंचाने की कोशिश में है….बताएंगे आपको पूरी खबर बस आप हमारे इस वीडियो को आखिर तक देखते रहें

दरअसल बीजेपी ने इस बात को तय कर लिया है कि नीतीश को अब उनके तीरों से ही मात देना है क्योंकि बीजेपी को बखूबी पता है कि अगर उनका तीर निशाने पर लग गया तो नीतीश के तरकश का और कोई तीर काम नहीं आएगा। आज आरसीपी सिंह को बीजेपी ने अपने साथ शामिल कर एक संकेत दे दिया है कि बिहार में अब उसकी राजनीति किस दिशा में है। वैसे नीतीश कुमार को भी ये अच्छी तरह से पता है कि बीजेपी इन चालों को यूं ही नहीं चल रही है बीजेपी ने एक-एक करते नीतीश के लव-कुश के तीन तीरों को अपने पाले में कर लिया है। आरसीपी सिंह का बीजेपी में शामिल होना इसी की एक बड़ी बानगी है। आरसीपी सिंह के बीजेपी जॉाइन करते ही बीजेपी का एक बड़ा प्लान अपने अंजाम तक पहुंच गया है।

लव-कुश तरकश का पहला तीर उपेंद्र कुशवाहा

उपेंद्र कुशवाहा ने महागठबंधन सरकार बनने के बाद कुछ दिन तक तो ये इंतजार किया कि नीतीश अपने सियासी वारिस के तौर पर उनके नाम का ऐलान कर दें। लेकिन जब नीतीश ने खुले मंच से तेजस्वी की पीठ पर हाथ रख दिया तो कुशवाहा की उम्मीदें टूटकर बिखर गई हैं और उपेंद्र कुशवाह ने अपनी अलग रहा पकड़ ली जो बीजेपी की तरफ जाती हुई नजर आती है। इस तरह नीतीश के लव-कुश समीकरण के तरकश का पहला तीर उनके हाथ से निकल गया। वहीं उपेंद्र कुशवाहा से इसके बाद बीजेपी नेताओं ने मुलाकात कर इतना तय कर दिया कि उनका गठबंधन अप्रत्यक्ष रूप से हो चुका है।

लव-कुश तरकश का दूसरा तीर सम्राट चौधरी

उपेंद्र कुशवाह के बाद बीजेपी ने अपने तरकश से एक और तीर निकाला….लोग अभी ये अंदाजा ही लगा रहे थे कि बीजेपी बिहार में किस चेहरे को आगे करने की सोच रही है, कि पार्टी ने अपना दांव खेल दिया। बिहार में पार्टी की बागडोर लव-कुश समीकरण से आने वाले नेता सम्राट चौधरी को सौंप दी। ये बीजेपी का वो दांव था जिसने ये तय कर दिया कि बीजेपी अब नीतीश को उन्हीं के दांव से पटखनी देना चाहती है। सम्राट चौधरी ने भी पार्टी से मिले मौके का फायदा उठाया और नीतीश पर लव-कुश को धोखा देने का आरोप जड़ डाला।

लव-कुश तरकश का तीसरा तीर आरसीपी सिंह

इसी कड़ी में बीजेपी ने नीतीश के तरकश का तीसरा तीर भी अपने पाले में कर लिया। ये तीसरे तीर हैं आरसीपी सिंह, इन्हें मामूली नेता समझने की कोई भूल तो हरगिज न करें। ये वो नेता हैं जो कभी नीतीश के हर सियासी राज से वाकिफ हुआ करते थे। जाहिर है आरसीपी सिंह अपने सियासी झोले में कुछ न कुछ ऐसा लिए हुए हैं जिसकी बीजपी को सख्त जरूरत है। अगर ऐसा नहीं होता तो बीजेपी आरसीपी सिंह को नहीं अपनाती। हालांकि आरसीपी सिंह कब अपना मास्टर स्ट्रोक खेलेंगे, इसके बारे में अभी कुछ तय नहीं है। लेकिन सियासी गलियारे में चर्चा है कि वो नीतीश के खिलाफ कुछ न कुछ बड़ा करेंगे जरूर।
फिलहाल नीतीश कुमार बची हुई ताकत से फिर से लड़ने की कोशिश कर रहे हैं तो वहीं बीजेपी अभी नीतीश कुमार को और कमजोर करने की कोशिश में है क्योंकि नीतीश कुमार जितने कम होंगे महागठबंधन भी उतना ही कमजोर होगा और बीजेपी की जीत की उम्मीदें उतनी ही बढ़ती जाएंगी….आपको हमारी ये खबर कैसी लगी हमें कमेंट कर जरूर बताएं साथ ही राजनीति से जुड़ी हर खबर के लिए हमारा चैनल सब्सक्राइब कर लें…शुक्रिया