क्या योगी सरकार में उनके अधिकारी ईमानदारी से कार्य कर रहे हैं? और क्या ये अधिकारी अपने दायित्वों का सही तरीके से निर्वहन कर रहे हैं ? ऐसा सतही तौर से दिखता तो नहीं है । कुछ अधिकारियों और इंजीनियरों की वजह से सरकार की फजीहत हो रही है । इस बात की तस्दीक बीजेपी सांसद धर्मेंद्र कश्यप के द्वारा डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को लिखी गई चिट्ठी से होती है, जिसमे उन्होंने बरेली के PWD विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को सामने लाकर किया । हालांकि केशव प्रसाद मौर्य ने चिट्ठी मिलने के बाद मामले में जांच के आदेश दिए हैं ।

PWD में भ्रष्टाचार पर बीजेपी सांसद धर्मेंद्र कश्यप की चिट्ठी


दरअसल आंवला लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद धर्मेंद्र कश्यप ने बरेली में PWD विभाग के अधिकारियों और इंजीनियरों पर सड़कों की घटिया मरम्मत और वित्तीय अनियमितताओं के संगीन आरोप लगाए हैं । इसी संबंध में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या को उन्होंने पत्र भी लिखा । पत्र में बीजेपी सांसद धर्मेंद्र कश्यप ने PWD विभाग के अधिकारियों और इंजीनियरों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए लिखा है कि

स्थानीय लोगों की ओर से सड़क मरम्मत के घटिया कार्य कराने के संबंध में मुझसे शिकायतें की गई । जिसके बाद उन्होंने जब उन सड़कों का निरीक्षण किया तो जनता की बात सच साबित हुई । सड़कों के निर्माण में बहुत ही घटिया निर्माण प्रयोग की गई है । सड़कों की सतह उबर-खाबड़ है । सड़कों की मरम्मत के नाम पर पत्थर का फर्जी भुगतान किया गया है।

धर्मेंद्र कश्यप, बीजेपी सांसद
धर्मेंद्र कश्यप, बीजेपी सांसद

बरेली के PWD विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर के बाद उन्होंने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या से जांच और दोषी अधिकारी और इंजीनियरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की । पत्र मिलने के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सड़कों की जांच को टीएसी लखनऊ को निर्देश दिए ।