बांदा : उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के स्थानीय जिलाध्यक्ष के बेटे की कथित पिटाई मामले में प्रथमदृष्टया दोषी पाए गए छह पुलिसकर्मियों का तबादला गुरुवार को गैर जिलों में कर दिया गया। यह जानकारी डीआईजी ने दी।

चित्रकूटधाम परिक्षेत्र बांदा के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) दीपक कुमार ने बताया कि वाहन जांच के दौरान 16 मार्च को भाजपा जिलाध्यक्ष के बेटे जयप्रकाश को तमाचा मारने और बाद में नगर कोतवाली में भाजपा कार्यकर्ताओं से बदसलूकी के मामले में प्रथम²ष्टया दोषी पाए गए छह पुलिसकर्मियों का आज (गुरुवार को) गैर जिलों में तबादला कर दिया गया है और पूरे मामले की जांच महोबा के अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) वीरेंद्र कुमार को सौंपी गई है।

उन्होंने कहा, सीसीटीवी और कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के मोबाइल वीडियो फुटेज में अब तक पाया गया कि पुलिसकर्मियों का व्यवहार गैर जिम्मेदाराना रहा और यह बेहद अफसोसनाक भी है।

डीआईजी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में तमाचा मारते दिख रहे सिपाही राजेंद्र और विमलेश को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने साथ सिविल लाइन चौकी प्रभारी प्रमोद सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया था, अब इन तीन कर्मियों के अलावा नगर कोतवाली के तीन अन्य पुलिसकर्मियों को भी गैर जिलों में तबादला कर विभागीय जांच शुरू की गई है।

उल्लेखनीय है कि सोमवार को वाहन जांच के दौरान कथित रूप से वर्दी फाड़ने की धमकी देने पर दो पुलिसकर्मियों द्वारा भाजपा जिलाध्यक्ष रामकेश निषाद के बेटे जयप्रकाश को तमाचा जड़ दिए जाने के बाद जिले के भाजपाइयों ने पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था और काफी बवाल भी किया था। डीआईजी द्वारा गैर जिलों में किए गए तबादलों को डैमेज कंट्रोल के रूप में देखा जा रहा है।