Brij Bhushan Sharan Singh ने की तारीफ पर Akhilesh Yadav का जवाब… बीजेपी के शीर्ष के 2 नेताओं की लड़ाई की पूरी कहानी कह दी !

पहले बृजभूषण शरण सिंह ने की अखिलेश की तारीफ… अब अखिलेश का आया जवाब
बृजभूषण पर अखिलेश से सवाल… अखिलेश ने रख दी अपनी बात
दो नेताओं की लड़ाई … अखिलेश की जुबानी… राजनीति की एक बड़ी कहानी

बीजेपी के बाहुबली सांसद बृजभूषण शरण सिंह क्यों कर रहे हैं आपकी तारीफ?… ये सवाल सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से हुआ… जानने का प्रयास किया गया कि आखिर बृजभूषण अखिलेश के लिए सॉफ्ट क्यों हैं… क्यों बार बार अखिलेश का नाम ले रहे हैं… अखिलेश के नाम लेने के पीछे उनका मकसद क्या है… सबको इस बात को जानने की जिज्ञासा है… और अखिलेश से आशा है… कि वो इस सवाल का जवाब देंगे… जरूर जब अखिलेश इसी बात को लेकर सवाल किया गया… कि बृजभूषण शरण सिंह आपकी तारीफ क्यों कर रहे हैं… तो अखिलेश ने जो जवाब दिया… वहां खड़े पत्रकारों के अंदर और भी कई सवालों को जन्म दे दिया…अखिलेश क्या कहा उसके बारे में बताएंगे…

लेकिन जान लीजिए… यूपी में हो रहे निकाय चुनाव को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव एग्रेसिव मो़ड में आ चुके हैं… 30 अप्रैल को उन्होंने गोरखपुर में सबसे पहले सपा की ओर से मेयर पद की प्रत्याशी काजल निषाद के लिए प्रचार किया… फिर उसके बाद देवरिया में भी प्रचार किया… यहां उन्होंने सबसे रोजगार को लेकर सीएम योगी की ओर से किए जा रहे दावे पर प्रहार किया… अखिलेश ने कहा… योगी आदित्यनाथ क्या बहुत बड़े फिलॉस्फर हैं? क्या वह साइंटिस्ट हैं? क्या आपने उनका बयान विधानसभा में नहीं सुना था?…46 में 56, मुख्यमंत्री गिनती नहीं जानते हैं, बहस से भागना चाहते हैं. मुख्यमंत्री कहते हैं कि 100 में से 4 बेरोजगार हैं…

अखिलेश योगी सरकार पर वार करते गए… इसी दौरान जब पत्रकारों ने अखिलेश से पूछा कि बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह आपकी तारीफ कर रहे हैं तो इस सवाल के जवाब में कुछ इस तरह से जवाब दिया

अखिलेश कह रहे हैं… उनके लिए उत्तर प्रदेश का चुनाव महत्वपूर्ण है… उत्तर प्रदेश के चुनाव में बीजेपी को हराना जरूरी है…. ये बीजेपी के मुख्यमंत्री जी कूड़ा इन्वेस्टमेंट पर लंबी-लंबी बातें कर रहे हैं. सवाल आपको पूछना चाहिए कि लखनऊ की टीम छापा मार रही दिल्ली में और दिल्ली वाले छापा मार रहे हैं लखनऊ में….अखिलेश ने सवाल के जवाब में आगे कहा, आप बताइए यहां उद्योगपति पर दिल्ली के एजेंसी ने छापा मारा है… प्रधानमंत्री के बगल में जो वाई-फाई इस्तेमाल कर रहा था उस पर छापा यूपी की पुलिस ने मारा है… उन्हें तो ये लग रहा है कि डबल इंजन की सरकार इंजन-इंजन खेल रही है… दोनों सरकार आपस मे एक दूसरे से टकरा रही हैं… जिस मुख्यमंत्री के पास कार्यकारी डीजीपी होगा, क्या उम्मीद करेगे? क्या लॉ एंड ऑर्डर बेहतर हो जाएगा? जो मुख्यमंत्री अपना डीजीपी ना बना पाए, जो मुख्यमंत्री सेक्रेटरी न बना पाए, क्या उम्मीद करेंगे? उत्तर प्रदेश का विकास होगा?… कुल मिलकार अखिलेश तमाम तरह की बाते करते गए… लेकिन इसका जवाब नहीं दे पाए… कि बृजभूषण शरण सिंह ने तारीफ क्यों की…