प्रशिक्षित बेरोजगारों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर यूपीटीईटी का परिणाम घोषित होने के बाद परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक भर्ती शुरू करने की मांग की है। शिक्षक भर्ती अभियान से जुड़े पंकज मिश्रा का कहना है कि डीएलएड का प्रशिक्षण 2017 से प्रारम्भ किया गया। उससे पहले इसका नाम बीटीसी था। 2017 के बाद 2018 व 2019 बैच के प्रशिक्षुओं को मिलाकर करीब 5 लाख से ज्यादा ने प्रशिक्षण लिया लेकिन पिछले पांच सालों में शिक्षक भर्ती का एक पद भी नहीं निकला। डीएलएड परिवार के बेरोजगारी के दुख को मुख्यमंत्री, बेसिक शिक्षामंत्री दूर करने का प्रयास करें। सरकार ने वादा किया था कि बेसिक में 51112 पद रिक्त हैं जिसे अगली भर्ती के माध्यम से पूरा किया जाएगा। सरकार ने शिक्षक-छात्र अनुपात के आधार पर पद सृजन के लिए कमेटी का गठन किया था जिसकी रिपोर्ट आज तक सार्वजनिक नहीं हुई। 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले सरकार ने 16200 पदों पर भर्ती निकालने की बात कही थी जो न्यायसंगत नहीं है। प्रशिक्षुओं की मांग है कि यूपीटीईटी 2021 के परिणाम के बाद 51112 और 16200 पदों को जोड़कर करीब 70 हजार पदों पर नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी किया जाए।