CM Yogi ने 2024 के लिए UP में सियासी ‘पिच’ तैयार की… Akhilesh-Mayawati को सियासी बैटिंग करने में आ रहा पसीना !

CM योगी की एक ऐसी उपलब्धि… 2024 में सपा, बसपा और कांग्रेस की सियासत के लिए बनेगी विपत्ति !
योगी की एक ही बात… विपक्ष की सौ बात पर भारी… जनता क्या बनी आभारी ?
2024 के लिए योगी ने यूपी में सियासत की पिच कर दी तैयार… जैसा 2022 में हुआ था अब 2024 में यूपी में वैसा ही होने वाला है !

यूपी में 2024 के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सियासत के लिए जैसी पिच तैयार करना चाहते थे… क्या उन्होंने वैसा बना लिया है… क्या अखिलेश, मायावती, जयंत, प्रियंका, चंद्रशेखर, ओवैसी… इन जैसे जितने भी राजनीतिक दिग्गज है… उन्हें इस बात का एहसास हो गया… कि यूपी में योगी की ओर से इस पिच पर सियासी बैटिंग करने के लिए कोई ना कोई रास्ता तो तैयार ही करना पड़ेगा… लेकिन इन सवालों से ऊपर ये है सीएम योगी के पास उनकी उपलब्धियों में से कौन सी उपलब्धि पास आयी है… जिसका इस्तेमाल योगी ने 2022 में भी किया था… और अब 2024 में रणनीतिक बढ़त बनाने के लिए योगी ने 2023 से ही इसका इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है… जिससे विपक्षी खेमे चाहे कुछ भी कहे… उनके अंदर हलचल तो है… एक बेचैनी और बेकरारी तो है… अखिलेश-शिवपाल तो योगी के इसी तोड़ को तोड़ने के लिए माथा पच्ची कर रहे हैं… तभी तो निकाय चुनाव में अखिलेश ने अपने सियासी स्टैंड में बदलाव करते हुए…सर्वण समाज को सभी पार्टियों से ज्यादा टिकट दिए… मायावती ने तो अब योगी के इस बेजोड़ स्टैंड के खिलाफ सीधा सीधा मुस्लिम समाज का स्टैंड लेना शुरू कर दिया है… निकाय चुनाव में मायावती के फैसलों से ये आभास हो जाता है… लेकिन कही ना कही ऐसा लगता है… अभी योगी के इस जवाब का तोड़ किसी के पास नहीं है…अगर योगी के इस अहम सियासी अस्त्र को विपक्ष की ओऱ से ध्वस्त नहीं किया गया तो… 2022 वाला हाल हो जाएगा…

योगी अब जहां भी जा रहे हैं… जहां भी अपनी और अपनी सरकार की बात रख रहे हैं… वहा वहा यही कह रहे हैं… वो बार बार कह रहे हैं… एक ही बात को एक ही तरीके से रख रहे हैं…. जनता को बस यही सुना रहे हैं… एक किस्सा वैसा रख रहे हैं… जो 2017 के पहले का था… एक किस्सा 2017 के बाद का है… जो सिलसिला उन्होंने चलाया है… उसी सिलसिले की सार्थकता को रख रहे हैं… लोगों को उसकी महत्ता से वाकिफ करा रहे हैं…. बाते रहे हैं… अब ऐसा हुआ तो अब कैसा है… योगी सुना रहे हैं… 2017 से पहले की दस्तान कैसी थी… 2017 के बाद यूपी में तो उनकी इस उपलब्धि की वजह से उत्सव का माहौल तो बना ही… अब ऐसे में सवाल अखिर योगी के पास ऐसी उनकी कौन सी उपलब्धि है… जिसे वो अपनी हर सभा में उठाते हैं… पहले योगी के बयान को सुनिए

V अब तो सबकुछ चंगा है… शांति ही शांति है… अपराधी जेल में है… यूपी में तो महोत्सव का माहौल है… जो माहौल बिगाड़ने की फितरत के साथ सड़को पर घूम रहे हैं… वो या तो सुधर जाए… नहीं तो सुधार देंगे… जो गोरखधंधा वो चला रहे हैं… उसको छोड़ दे या फिर माफिया, बाहुबली, अपराधी मिट्टी में मिलने के लिए तैयार हो जाए… जहां भी सीएम योगी जा रहे हैं… वो यही कह रहे हैं… अब देखिए ना अतीक का साम्राज्य और अंसारी ब्रदर्स की माफियागिरी खत्म हुई तो… विपक्ष की ओर से कहा जाने लगा… एक धर्म विशेष पर कार्रवाई हो रही है… तो अब वेस्ट यूपी के मोस्ट वॉन्टे़ड अपराधी अनिल दुजाना पर कार्रवाई हुई… योगी ने कानून व्यवस्था पर हिंदू-मुस्लिम के एंगल को खत्म किया… तो असददुद्दीन ओवैसी की ओर से फिर भी एनकाउंटर सवाल उठाए गए… कहा गया ऐसा नहीं होना चाहिए… लेकिन योगी तो कानून व्यवस्था के साथ छेड़छाड़ करने वालों को मिट्टी में मिलाने के लिए तैयार है…तो कुल मिलाकर योगी ने 2024 की पिच तैयार कर ली है… वो कानून व्यवस्था में सुधार… 2024 में कम से कम यूपी में बीजेपी इसी मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी…