अमेरिका में मौजूद सेंटर फॉर डिसीज, डायनामिक्स एंड इकोनॉमिक पॉलिसी यानी CDDEP ने 20 अप्रैल को जारी अपनी रिपोर्ट में कहा कि सितंबर तक भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल 111 करोड़ मामले हो सकते हैं, ये लगातार लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के बाद भी संभव है।

ये अनुमान कोरोना के नए मामलों के आंकड़ों पर आधारित हैं । इस रिपोर्ट का टाइटिल है- भारत में कोविड-19 । इसमें कहा गया कि कई अन्य देशों जैसे कि चीन, इटली, अमेरिका, यूके और स्पेन ने लंबे समय तक कोरोना के कम मामलों के बाद मामलों में अचानक विस्फोट दिखाया, ऐसे में ये संभव है।

यहां बता दें कि ये वही सेंटर फॉर डिसीज, डायनामिक्स एंड इकोनॉमिक पॉलिसी है जिसने 24 मार्च को एक समान रिपोर्ट निकाली थी, जिसमें उसने कहा था कि भारत में कोरोना के मामले 12-24 करोड़ के बीच हो सकते हैं।  

CDDEP जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय का हिस्सा नहीं है, जिसने अपनी रिपोर्ट के साथ ही खुद को अलग कर लिया था। रिपोर्ट में कड़े प्रतिबंधों को जारी रखने की वकालत की गई है। संक्रमण से बचने के लिए प्रतिबंधों को अक्सर कड़ा करने की आवश्यकता है।

भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामलो में गुरुवार की तुलना में आज थोड़ी कमी देखने को मिली है। पिछले 12 घंटे में कोरोना वायरस के 922 नए मामले सामने आए हैं, वहीं 29 लोगों की मौत हो गई है। गुरुवार को जारी स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 21393 हो गई है। वहीं, इस खतरनाक कोविड-19 महामारी से मरने वालों का आंकड़ा 681 पहुंच गया है।