Dimple Yadav की सिंपल राह से थर्ड फ्रंट का रास्ता तैयार ! अखिलेश, डिंपल के मास्टरस्ट्रोक के साथ… ममता, नीतीश, केसीआर की खुशी हुई दोगुनी…

डिंपल ने एक बड़ा कदम बढ़ाया… थर्ड फ्रंट की राह सिंपल होने की बात होने लगी
पहले डिंपल मिली… और अब अखिलेश मिले… क्या विपक्षी नेताओं के दिल मिलने वाले हैं ?
ममता, नीतीश, केसीआर, अरविंद केजरीवाल समेत विपक्ष के नेताओं को डिंपल ने होप दे दिया… अब थर्ड फ्रंट तो बनकर ही रहेगा !

सबने कोशिश की बीजेपी के खिलाफ थर्ड फ्रंट बन जाए… लेकिन बात ही चल रही है… फैसले पर अबतक विरोधी दल के तमाम नेता पहुंच नहीं पाए… इसी राह में सपा सांसद डिंपल यादव आयी है… कामयाबी मिलेगी या नहीं… लेकिन उन्होंने कदम बढ़ा दिया है… उनके पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहल की… खूब सुर्खियां बंटोरी… लेकिन थर्ड फ्रंट पर उनकी कोशिश का मामला शांत है… डिंपल यादव ने उन्हें फिर से रास्ता दिखाया है… बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस राह पर आगे बढ़े… वो बढ़ रहे है… लेकिन कुछ दिन बाद होपलेस होकर शांत हो गए… अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी और सपा सांसद डिंपल यादव ने उन्हें उम्मीद दिखाई है… रास्ता बताया है… थर्ड फ्रंट बन सकता है… इसके लिए अपनी उम्मीदों को जिंदा रखिए… तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर के पास आशा किरणे पहुंची है… उम्मीदें बनी है… डिंपल के इस फैसले से पीएम मोदी के खिलाफ ऑल करने की उनकी मुहिम अब सिंपल हो जाएगी… डिंपल के एक कदम उठाने भर से अब वो रास्ता दिखने लगा है… पहला कदम डिंपल यादव ने उठाया… जिसके बाद दूसरा कदम सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उठा दिया… अब तीसरा कदम भी उठेगा… चौथा-पांचवां ऐसे कई कदम उठेंगे… जो थर्ड फ्रंट की रचना की कल्पना को मूर्त रूप देने को फिर से लाने में कामयाब होगा….

सपा सांसद डिंपल यादव के इस कदम उठाने भर से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की राजनीति को राष्ट्रीय फलक ले जाने का एक और धाकड़ रास्ता मिल गया… डिंपल के इस कदम को उठाने भर से राजनीति की पाठशाला तक पहुंच उससे 2024 के लिए ज्ञान लेने का आइडिया मिल गया है… क्योंकि डिंपल ने जिनसे मुलाकात की उनकी अपनी कोई अब राजनीतिक महात्वाकांक्षा नहीं है… लेकिन उनके पास राजनीतिक ज्ञान का पूरा खजाना है… वो उस दौर के हैं… जिस दौर में राजनीति नामी गिरामी धुरंधर हुआ करते थे… जिनकी अपनी अपनी राजनीतिक चाले हुआ करती थी… जिनके सामने एक से बढ़कर एक विरोधी हुआ करते थे… जो उनकी राजनीतिक दांवपेच की बारीकियों के चक्रव्यूह को तोड़ने के लिए् अक्सर पसीना बहाया करते हैं… वो सबके सब उनके मुरीद थे… डिंपल यादव ने उनसे मुलाकात की… तो बात होने लगी डिंपल ने तो सिंपल बना दी थर्ड फ्रंट की राह… डिंपल ने जैसे ही उनसे मुलाकात की… दूसरे दिन उनके पति और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को आइडिया आ गया… वो उनके द्वार मिलने के लिए पहुंच गए… उनसे बात की… हालचाल जाना है… और इस दौरान थर्ड पर बात कर दी… पीएम मोदी-सीएम योगी की राजनीति को यूपी में कैसे मात दिया जाए… विपक्षी एकता को एक मंच पर कैसे लाया जाए उस पर बात कर ली…
दरअसल नौकरी के बदले जमीन मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी नेता लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार को सीबीआई की विशेष कोर्ट ने जमानत दे दी है… ये जमानत 50-50 हजार के निजी मुचलके पर दी गई है…. कोर्ट से राहत मिलने के बाद समाजवादी पार्टी की नेता डिंपल यादव ने लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की…डिंपल यादव ने 15 मार्च को लालू यादव से मुलाकात की है… हालांकि कहा जा रहा है… डिंपल अपनी बेटी मीसा भारती के आवास पर मौजूद लालू यादव की सेहत को ध्यान में रखकर उनसे मुलाकात करने गई… उनका हालचाल लिया है… राबड़ी देवी से बात की… मीसा भारती से बात की… परिवार से अन्य लोगों से बात की… लेकिन सियासी गलियारे में डिंपल की लालू से मुलाकात को थर्ड फ्रंट बनाने की कोशिशों से जोड़कर देखा जा रहा है…. और इसी फेहरिस्त में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 16 मार्च को आरजेडी प्रमुख लालू यादव से मुलाकात की… उनके स्वास्थ्य का भी हालचाल जाना है…

वैसे देखा जाए तो डिंपल यादव की ओर से लालू यादव से मुलाकात करना ठीक वैसा ही है जैसा उन्होंने मैनपुरी उपचुनाव में शिवपाल यादव को अखिलेश के करीब लाकर दिखाया था… उसका परिणाम ये हुआ कि डिंपल ना सिर्फ मैनपुरी उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी को भारी अंतर से हराने में कामयाब हुई… बल्कि सपा के रणनीतिकारों को मैनपुरी मॉडल भी दे दिया… जिस तरीके से मैनपुरी उपचुनाव को लड़ा गया था… अब उसी आइडिया को अपनाकर सपा 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ लड़ेगी…तो जाहिर बात है… जब डिंपल ने लालू से मुलाकात की होगी तो सिर्फ उनके सेहत पर तो बात नहीं हुई… तमाम राजनीतिक परिस्थितियों पर बात हुई होगी… पीएम मोदी और उनकी बीजेपी को 2024 में कैसे रोकना है… उस पर बात तो हुई ही होगी… कुछ ना कुछ डिंपल यादव ने कहा होगा… कुछ ना कुछ लालू यादव ने आइडिया दिया होगा… जिसके बाद डिंपल के मुलाकात के दूसरे दिन ही अखिलेश यादव उनके पास पहुंच गए… तो क्या माना जाए डिंपल की ओर से लालू से मुलाकात ने थर्ड फ्रंट की राह को सिंपल बना दिया… आप अपनी राय जरूर दें… और पेज को लाइक और सब्सक्राइब जरूर करें..