RSS की तर्ज पर बिहार में एक्टिव हुआ धर्मनिरपेक्ष संगठन DSS | DSS में स्वंय सेवकों को खुद ट्रेनिंग दे रहे हैं Tej Pratap Yadav.

अब बिहार में RSS को मिलेगी जबरदस्त टक्कर
RSS की तर्ज पर बिहार में एक्टिव हुआ धर्मनिरपेक्ष संगठन DSS
लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने बनाया 6 साल पहले बनाया था DSS
RSS की तरह ही DSS की भी है अपनी अलग तरह की ड्रैस
DSS में स्वंय सेवकों को खुद ट्रेनिंग दे रहे हैं तेज प्रताप यादव
फिलहाल धीरेंद्र शास्त्री के विरोध में एक्टिव हुआ है DSS

बिहार में जब से बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री ने अपने शिविर का ऐलान किया है तब से ही बवाल मचा हुआ है…क्योंकि धीरेंद्र शास्त्री का विरोध आरजेडी कर रही है और आरजेडी में भी तेज प्रताप यादव खुलकर विरोध कर रहे हैं…तो वहीं सवर्ण सेना धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में उतर आई जिसके बाद तेज प्रताप यादव ने अपने संगठन डीएसएस को एक्टिव कर दिया और कुछ लड़कों को ट्रेनिंग देते तस्वीरें भी शेयर की…अब कई लोगों के मन में सवाल था कि आखिर ये डीएसएस है क्या जो नाम से आरएसएस की तरह लग रहा है…और ये कब बना था…तो चलिए आपको डीएसएस के बारे में विस्तार से बताते हैं कि ये कब किसने और क्यों बनाया था…बताएंगे आपको पूरी खबर…बस आप हमारे इस वीडियो को आखिर तक देखते रहें….
दरअसल बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पटना में होने वाले कार्यक्रम के विरोध में तेज प्रताप ने छह साल पुराना अपना संगठन DSS फिर एक्टिव किया है। इस संगठन के सदस्यों ने RSS के स्वयंसेवकों जैसे कपड़ों के साथ सड़कों पर भी निकलना शुरू कर दिया है। DSS का प्रशिक्षण शिविर खुद तेज प्रताप अपनी देखरेख में चला रहे और इसकी तस्वीरें भी शेयर कर रहे हैं…चलिए आपको इस संगठन के बनने की कहानी बताते हैं

पिछली बार सत्ता में थे, तब बनाया संगठन

डीएसएस यानि धर्म निरपेक्ष सेवक संघ साल 2017 में उस वक्त बना था जब आरजेडी की सरकार थी और तेज यादव मंत्री थे तब तेज प्रताप यादव ने धर्मनिरपेक्ष सेवक संघ नाम के एक संगठन की घोषणा की थी। तब तेज प्रताप ने मंत्री रहते यह संगठन बनाया ही नहीं, बल्कि सड़कों पर भी नेतृत्व करते नजर आए थे। तब तेज प्रताप का दावा था कि

उनके संगठन DSS के डर से अप्रैल 2017 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
के मोहन भागवत ने बिहार आते-आते रास्ता बदल लिया था। यह संगठन
महागठबंधन फर्स्ट सरकार के सत्ता से हटने के बाद भी कुछ समय तक
एक्टिव रहा, लेकिन 2018 के बाद इसकी सक्रियता शून्य हो गई

सत्ता में आए तो फिर एक्टिव हुआ DSS

बताया जाता है कि सत्ता में रहते यह संगठन जब बनाया गया था, तब भी सवाल उठा था कि राज्य के स्वास्थ्य मंत्री को इसकी जरूरत क्यों पड़ी? तब यह भी बात कही गई थी कि राजद के अंदर अपने अस्तित्व को लेकर परेशान तेज प्रताप ने अलग तरह से खुद को स्थापित करने के लिए यह बनाया है। राजद के बैनर का इस्तेमाल नहीं करते हुए तेज प्रताप अपनी राह चल रहे थे। इस बार फिर वही राह है। इस बार भी वह कुर्सी पर हैं। तेज प्रताप यादव ने उस समय डीएसएस को सक्रिय किया है, जब पटना में बागेश्वर धाम वाले बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का कार्यक्रम 13 से 17 मई तक प्रस्तावित है। पहले यह कार्यक्रम पटना के गांधी मैदान में होने वाला था, लेकिन सरकार से अनुमति नहीं मिलने के कारण अब ग्रामीण क्षेत्र नौबतपुर में होगा। तेज प्रताप अपने संगठन के जरिए धीरेंद्र शास्त्री को सीधी चुनौती दे रहे- “धर्म को टुकड़ों में बांटने वालों को करारा जवाब मिलेगा। तैयारी पूरी है

बता दें कि खुद को धर्मनिरपेक्ष बताने वाले लोग सोशल मीडिया पर तेज प्रताप के इस संगठन को नया प्रयोग भी बता रहे हैं और इसके लिए अच्छी बातें भी लिख रहे हैं। तो कई लोग तेज प्रताप यादव को ट्रोल भी कर रहे हैं सोशल मीडिया पर इस संगठन को डेरा सच्चा सौदा का अवतार भी कहा जा रहा है…फिलहाल तेज प्रताप यादव का संगठन डीएसएस सुर्खियों में है और कहा जा रहा है कि जब धीरेंद्र शास्त्री बिहार में आएंगे तो धीरेंद्र शास्त्री के समर्थकों और डीएसएस के बीच टकराव होने की आशंका भी है….आपको हमारी ये खबर कैसी लगी हमें कमेंट कर जरूर बताएं साथ ही हमारे चैनल को सब्सक्राइब भी कर लें…शुक्रिया