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Instagram: कंगना रणौत की जिंदगी में हो चुकी है किसी ‘खास’ की एंट्री, ये पोस्ट कर रही लव लाइफ की तरफ इशारा

kangana

कंगना रणौत उन सितारों में से हैं, जिन्हें सोशल मीडिया पर बड़े पैमाने पर फैंस फॉलो करते हैं। कंगना ने फिल्मों में अपने शानदार अभिनय से इतने बड़े फैंस की लिस्ट तैयार की है। ट्विटर पर बैन हो चुकीं कंगना अक्सर अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर अपने विचार साझा करती हैं, जो ज्यादातर सामाजिक मुद्दों से प्रेरित होते हैं। लेकिन इस बार सोमवार की शुरुआत उन्होंने एक रोमांटिक नोट से की है। कंगना ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर प्यारे कैप्शन के साथ दो बेहद प्यारी पोस्ट साझा की है।

पहले तस्वीर में दो लोगों को गले लगते हुए दिखाया गया है, जिसके कैप्शन में कंगना ने लिखा है, तेरे लिए हम हैं जिए…कितने सितम हम पे सनम… वहीं दूसरी पोस्ट में कंगना ने अपने बचपन की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा है, मैं एक साधारण लड़की हूं, मेरे बारे में कुछ खास नहीं है सिवाय इसके कि मैं प्यार की सुंदरता में विश्वास करती हूं और यही मुझे इस खूबसूरत दुनिया से मिला है।

कंगना की यह पोस्ट देखकर साफ जाहिर है कि उन्हें एक बार फिर से प्यार पर भरोसा हो चला है। इतना ही नहीं उनकी जिंदगी में भी किसी स्पेशल की एंट्री हो चुकी है। हालांकि ये स्पेशल कौन है, इसकी जानकारी फिलहाल नहीं है। बता दें, एक समय में कंगना रणौत का नाम ऋतिक रोशन, आदित्य पंचोली, अध्ययन सुमन के साथ जुड़ चुका है। कंगना आज भी ऋतिक पर निशाना साधने का कौई मौका नहीं छोड़ती हैं।

विवादों भरे रहे हैं कंगना के बीते कुछ दिन
हाल ही में कंगना रणौत को दिल्ली विधानसभा की शांति और सद्भाव समिति द्वारा समन किया गया है। कंगना को 6 दिसंबर को दोपहर 12:00 बजे समिति के सामने पेश होने के लिए कहा गया है। मोदी सरकार के कृषि कानूनों को वापस लेने के एलान के बाद कंगना ने किसान आंदोलन की तुलना खालिस्तानी आंदोलन से की थी। जिसके बाद देश के अलग अलग इलाकों में उनके खिलाफ कई एफआईआर दर्ज की गई हैं

क्या कहा था कंगना ने
कंगना रणौत ने किसान मुद्दे को लेकर अपने फेसबुक अकाउंट से एक विवादित पोस्ट में लिखा था ‘खालिस्तानी आतंकवादी आज भले ही सरकार का हाथ मरोड़ रही हो, लेकिन उस महिला (इंदिरा गांधी) को नहीं भूलना चाहिए, जिसने अपनी जूती के नीचे इन्हें कुचल दिया था, लेकिन अपनी जान की कीमत पर उन्हें मच्छरों की तरह कुचल दिया, मगर देश के टुकड़े नहीं होने दिए, उनकी मृत्यु के दशक के बाद भी, आज भी उसके नाम से कांपते हैं ये, इनको वैसा ही गुरु चाहिए।

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