गाज़ियाबाद: इंदिरापुरम थाना क्षेत्र की वसुंधरा चौकी पर तैनात दरोगा जितेंद्र बालियान को एसएसपी ने सस्पेंड कर दिया है। चौकी इंचार्ज जितेंद्र बालियान को काम मे भारी लापरवाही के चलते निलंबित किया गया है।

रिपोर्ट के मुताबिक जितेंद्र बालियान की वसुंधरा चौकी पर तैनाती के बाद पिछले एक साल के भीतर चौकी क्षेत्र में कुल 121 दोपहिया और 30 चारपहिया वाहन चोरी हुए, जिसके सापेक्ष में बरामदगी मात्र पांच वाहनों की ही हुई। उसमें भी सिर्फ एक ही वहां चौकी क्षेत्र से हुई और शेष बरामदगियां अन्य थाना क्षेत्रों से हुई। इससे साफ है कि अपराध के मुकाबले वसुंधरा चौकी और चौकी इंचार्ज जितेंद्र बालियान का गुड वर्क ज़ीरो था और शिकायते दुनियां भर की। प्रदेश की राजधानी से ज़िले में आये कप्तान कलानिधि नैथानी को काम मे लापरवाही और जनता की अनदेखी बिल्कुल बर्दाश्त नही है। और जितेंद्र बालियान को सस्पेंड करके कप्तान ने जिले की पुलिस को ज़बरदस्त अल्टीमेटम दिया है।

हालाकिं पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस लापरवाही के चलते इतनी भारी मात्रा में वाहन चोरी के दृष्टिगत चौकी इंचार्ज जितेंद्र बालियान को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। साथ ही सभी चौकी इंचार्ज को हिदायत दी गयी है कि यदि इस तरह के विशेष अपराध उनकी चौकी क्षेत्र में भी निरंतर होता है तो कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

अखबार में छप चुके हैं जितेंद्र बालियान के कारनामे

नवभारत टाइम्स में छपी खबर

लेकिन जितेंद्र बालियान का कारनामा सिर्फ इतना ही नही है। सूत्र बताते हैं कि इन महानुभव ने एक रेस्टोरेंट संचालक को जबरन फंसाया और एक जिम की मालकिन की सहायता राशि लेकर मदद की थी। यह मामला बहुत ऊपर तक गया था और निलंबन में कहीं न कहीं उस कारनामे की भी भूमिका है। ये महज इतेफाक नही है कि कुमार विश्वास की कार भी इसी चौकी क्षेत्र से चोरी हुई थी। वह भी अपराध और अपराधियों के प्रति इनके नज़रअंदाज़ कर देने वाले रवैये के ही नतीजा था।

क्या है RWA के लोगों की राय

स्थानीय लोगों के मुताबिक पब्लिक के साथ इनका व्यवहार अच्छा नही था। पब्लिक को परेशान करने में जितेंद्र बालियान कोई कसर नही छोड़ते थे। मामूली सी सूचनाओं और अपने FIR की अपडेट देने के लिए भी ये महाशय पीड़ितों को चौकी के चक्कर कटवाते थे और चौकी पंहुचने पर वहां अक्सर ताला पड़ा मिलता था। सूत्रों की माने तो इनके कारनामों की फेहरिस्त काफी लंबी है। लेकिन एसएसपी कलानिधि नैथानी ने इन्हें और जिन जैसे लापरवाह दारोगाओं को एक सबक दे दिया है।